पीपीई किट पहनकर बेटे ने दी कार्यपालक अभियंता को मुखाग्नि

पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता 52 वर्षीय मनोज चौधरी की शुक्रवार की सुबह रांची के देवकमल अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वे कोरोना संक्रमित थे। शुक्रवार की शाम शहर के विजयपुर स्थित मुक्तिधाम में पीपीई किट पहनकर बेटे हर्ष कुमार ने मुखाग्नि दी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 08:34 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 08:34 PM (IST)
पीपीई किट पहनकर बेटे ने दी कार्यपालक अभियंता को मुखाग्नि
पीपीई किट पहनकर बेटे ने दी कार्यपालक अभियंता को मुखाग्नि

जागरण संवाददाता, दुमका: पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता 52 वर्षीय मनोज चौधरी की शुक्रवार की सुबह रांची के देवकमल अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वे कोरोना संक्रमित थे। शुक्रवार की शाम शहर के विजयपुर स्थित मुक्तिधाम में पीपीई किट पहनकर बेटे हर्ष कुमार ने मुखाग्नि दी। उनके निधन पर विभागीय मंत्री समेत अन्य अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया है।

मूल रूप से बांका के रहने वाले मनोज चौधरी ने दो साल पहले ही दुमका में योगदान किया था। वे मृदुभाषी होने के साथ कार्य के प्रति ईमानदार थे। अभी वह शहर के जरूवाडीहा में पत्नी, एक बेटा व बेटी के साथ रहते थे। 31 मार्च को उन्होंने कार्यालय में काम किया। चार अप्रैल को विभागीय कार्य से रांची गए। वहां उनकी तबीयत खराब हुई। तीसरी जांच में उनकी उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद वे होम आइसोलेशन में चले गए। सात अप्रैल को उन्होंने जागरण से बात कर खुद को कोरोना संक्रमित बताया था। बताया जाता है कि गुरुवार को तबीयत ज्यादा खराब होने पर देवकमल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार की सुबह उनका निधन हो गया। शाम में उनका पार्थिव शरीर दुमका लाया गया। घर की बजाय शव को सीधे मुक्तिधाम ले जाया गया, जहां बेटे ने पीपीई किट पहनकर पिता का अंतिम संस्कार किया। अभियंता के एक बेटे की एक साल पहले बीमारी की वजह से मौत हो चुकी है।

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मंत्री समेत कई लोगों ने जताया दुख: अभियंता की मौत पर विभागीय मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया। उपायुक्त राजेश्वरी बी ने भी दुख जताया है। नगर परिषद के उपाध्यक्ष विनोद कुमार लाल ने बताया कि तीन दिन पहले अभियंता से बात हुई थी। उस समय उन्होंने खुद को ठीक बताया था और जल्द दुमका आने की बात कही थी। बताया कि उन्होंने खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की बात किसी से नहीं छुपाई, बल्कि सबको सचेत रहने की बात कही थी। ------------------------ 13 को पॉजिटिव आई थी महिला की रिपोर्ट, 15 को हुई थी भर्ती

जागरण संवाददाता, दुमका: दुमका के कोविड केयर सेंटर में शुक्रवार को जिस महिला की मौत हुई, 13 अप्रैल को उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था। स्थिति बिगड़ने पर 15 अप्रैल को उन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

सिविल सर्जन डॉ. अनंत कुमार झा ने बताया कि शुक्रवार को जिले के 62 लोग कोरोना संक्रमित भी पाए गए हैं। इनमें 47 दुमका सदर के, चार-चार जरमुंडी व मसलिया प्रखंड के, तीन रामगढ़, दो शिकारीपाड़ा और जामा व काठीकुंड के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं। पीजेएमसीएच में इलाज के लिए आइसीयू वार्ड में भर्ती दो मरीज जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए। वहीं अस्पताल के दो कर्मी और दुमका सेंट्रल जेल का एक व्यक्ति भी संक्रमित हुआ है।

सिविल सर्जन ने बताया कि शहर के रसिकपुर के सात, टीन बाजार, बांधपाड़ा, दुधानी के तीन-तीन, आजाद नगर व डंगालपाड़ा के दो-दो और चूहाबगान, खूटाबांध, पुराना दुमका, बक्सी बांध, सोनुआडंगाल, दुमका, कुम्हारपाड़ा और अग्रसेन भवन रोड इलाके का एक-एक व्यक्ति भी संक्रमित हुआ है। दुमका सदर से कोविड जांच कराने आए बिहार के मुजफ्फरपुर, कंकड़बाग पटना, झारखंड के गिरिडीह, गोड्डा के बांझी व सुंदरपहाड़ी के एक-एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सदर प्रखंड के गोविदपुर, आसनसोल, सीतासाल, बांसजोड़ा और छोटा धमनी का एक-एक व्यक्ति भी संक्रमित है। इसके अलावा जरमुंडी के बासुकीनाथ के तीन व तालझारी का एक, मसलिया के गरदावारा, झिलुआ, मुनरायडीह व छैलापाथर, शिकारीपाड़ा के गम्हरा के दो व्यक्ति, रामगढ़ के लोढि़या, भालसुमर व मोहबुबना और काठीकुंड के धावाटांड़ व जामा के छैलापाथर का एक-एक व्यक्ति भी कोरोना पॉजिटिव हुआ है। वहीं 36 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई।

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