शिकारीपाड़ा से अगवा युवक बंगाल में मिला
शिकारीपाड़ा के पाटो सीमल गांव के साइमन बास्की का शुक्रवार की रात भुगतानडीह एवं पाटो सीमल के बीच बोलेरो सवार पांच युवकों ने अपहरण कर लिया था।
शिकारीपाड़ा के पाटो सीमल गांव के साइमन बास्की का शुक्रवार की रात भुगतानडीह एवं पाटो सीमल के बीच बोलेरो सवार पांच युवकों ने अपहरण कर लिया था। बंगाल में चेकपोस्ट पर पुलिस को तैनात देखकर अपराधी युवक को बोलेरो में छोड़कर फरार हो गए। मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज थाने की पुलिस ने शनिवार को साइमन को शिकारीपाड़ा थाने के सुपुर्द कर दिया। अपहरण का मजदूरों के बीच का विवाद बताया जा रहा है।
साइमन शाम करीब सात बजे बाजार में भिडी बेचने के बाद साइकिल से घर लौट रहा था। गांव के दो युवकों ने अपहरण होते हुए देखा और गांव के लोगों को इसकी जानकारी दी। ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी सुशील कुमार ने पीछा करना शुरू किया। मुर्शिदाबाद जाने वाले तीन चेकपोस्ट पार करने के बाद जब चौथे तक पहुंचे तो वहां पुलिस को देखकर अपहर्ताओं को लगा कि पुलिस से बच पाना मुश्किल है। अपहर्ता उसे बोरे में बंद कर बोलेरो में छोड़कर फरार हो गए। चेकपोस्ट पर तैनात जवानों को काफी देर से खड़ी गाड़ी को देखकर शंका हुई। पास जाकर देखा तो उसमें बोरे में एक युवक बंद था। उसे बाहर निकालकर शमशेर गंज थाना के सुपुर्द किया। सुबह प्रभारी सुशील कुमार शमशेरगंज थाना गए और युवक को साथ लेकर शिकारीपाड़ा आए। पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी सुशील कुमार ने बताया कि अभी अपहरण का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। साइमन का मजदूरों से लेकर कुछ माह पहले मुर्शिदाबाद के लोगों से विवाद हुआ था। हो सकता है कि इसी विवाद की वजह से उसका अपहरण् किया गया हो। साइमन गांव में पंचायती भी कराता था। अभी वह कुछ बता नहीं रहा है। पूछताछ कर अपहरण का कारण जानने का प्रयास किया जाएगा। वहीं साइमन का कहना था कि उसकी किसी से कहासुनी तक नहीं हुई। कभी मजदूर लेकर बंगाल नहीं गया। पता नहीं क्यों उसका अपहरण किया गया। साइमन ने बताया कि अपहरण करने वाले पांच युवक थे। इसमें जबरदाहा के रहने वाले सुरेश राणा को वह पहचानता है।