कोरोना मरीज की तलाश में छूट पसीना
जागरण संवाददाता दुमका कम संख्या में मिलने के बाद भी कोरोना मरीज को घर से अस्पताल में भत
जागरण संवाददाता, दुमका : कम संख्या में मिलने के बाद भी कोरोना मरीज को घर से अस्पताल में भर्ती कराना प्रशासन के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। मरीज किसी भी हालत में भर्ती होने की बजाय होम आइसोलेशन में रहना चाहते हैं। मंगलवार को एक मरीज को अस्पताल पहुंचाने में पदाधिकारियों का पसीना छूट गया।
दरअसल एक अगस्त को रसिकपुर का एक युवक कोरोना संक्रमित पाया गया। वह घूम घूमकर फुचका बेचता है। मरीज की पहचान होने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने फोन कर उससे उसका पता पूछा तो उसने बताने से मना कर दिया। कहा कि वह किसी भी सूरत में अस्पताल में भर्ती नहीं होना होगा। मोबाइल बंद कर लिया।सोमवार को अस्पताल से एंबुलेंस भेजी गई लेकिन उसका सही लोकेशन नहीं मिला। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने सदर बीडीओ राजेश कुमार सिन्हा को सारी स्थिति से अवगत कराया। बीडीओ ने पंचायत सचिव को मरीज की पहचान करने को कहा। सचिव ने दोपहर को उसके घर का पता किया। शाम को बीडीओ नगर थाना की पुलिस व एंबुलेंस लेकर मोहल्ले में पहुंचे। प्रशासन जब उसके दरवाजे पर पहुंचा तो अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। बीडीओ के समझाने पर वह अस्पताल जाने को राजी हुआ। बीडीओ ने बताया कि मरीज को कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। अब किसी संक्रमित को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति नहीं है। बताया कि बुधवार को मरीज के घरवालों के अलावा पड़ोस में रहने वालों का सैंपल लिया जाएगा।