सरकारी बस स्टैंड पर खड़ा हो रहा कूड़े का पहाड़, साहब अनजान
नगर परिषद की उदासीनता की वजह से बंद पड़ा सरकारी बस स्टैंड अब कूड़े के ढेर में बदलता जा रहा है।
नगर परिषद की उदासीनता की वजह से बंद पड़ा सरकारी बस स्टैंड अब कूड़े के ढेर में बदलता रहा है। वार्ड पार्षद के विरोध के बाद भी सफाई कर्मी शहर की सारी गंदगी यहां पर फेंक रहे हैं। उठने वाली दुर्गंध से आसपास के रहने वाले परेशान हैं।
नगर परिषद का यह नया कारनामा नहीं है। पहले जब कूड़ा का पहाड़ बन चुके मेलगढ़ा के लोगों ने परेशान होकर विरोध करना शुरू किया तो शहर का कचरा रेलवे स्टेशन के समीप डंप किया जाने लगा। एक माह के बाद रेलवे ने विरोध किया तो जिला स्कूल की ओर जाने वाले मार्ग में ढेर लगा दिया। यहां भी विरोध शुरू हुआ तो फिर से मेलगढ़ा में डंप किया जाने लगा। अब नगर परिषद की उदासीनता की वजह से शहर का सारा कचरा बस स्टैंड परिसर में गिराया जा रहा है। जिस कारण सड़क से स्टैंड में दूर तक गंदगी ही नजर आती है। इस मार्ग से गुजरने वाले रूमाल रखना नहीं भूलते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ दिन से कचरा गिराया जा रहा है। जबकि यह मार्ग सबसे ज्यादा व्यस्त रहता है। परिसर में बड़ा हनुमान मंदिर है। जरा सी बारिश होने पर उठने वाली दुर्गंध से जीना मुश्किल हो जाता है। स्टैंड के बाहर भाड़े पर चलने वाले वाहन खड़े करने वाले राकेश कुमार, राजवीर व उमेश राम आदि का कहना है कि दुर्गंध की वजह से यात्री यहां तक आना नहीं चाहते हैं। उनके पास जाकर बात करनी पड़ती है। अगर कचरा गिराने पर रोकथाम नहीं लगाई गई तो यहां का हाल भी मेलगढ़ा जैसा हो जाएगा। वहीं वार्ड पार्षद मनोज कुमार सिंह का कहना है कि कई दिनों से नगर परिषद के पदाधिकारियों का ध्यान इस ओर दिलाया गया, लेकिन किसी ने कुछ नहीं किया। उन्हें लोगों का विरोध सहना पड़ता है।
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वर्जन
अगर शहर का कचरा बस स्टैंड के परिसर में डंप किया जा रहा है तो यह गलत है। जानकारी मिली है कि एक दो दिन में परिसर से कचरा हटाकर साफ सुथरा कर दिया जाएगा।
गंगाराम ठाकुर, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, दुमका