Coal India Employement: कोल इंडिया में स्थानीय को युवकों को मिलेगा; इस आधार पर मिलेगा रोजगार
कोल इंडिया की ईस्टर्न कोलफिल्ड लिमिटेड मुगमा एरिया में बंद श्यामपुर बी भूमिगत खदान को चालू किया जाएगा। यहां पूरी तरह से चार कंटीन्यूअस माइनर मशीन से खनन होगा। तकनीकी निदेशक बी वीरा रेड्डी स्वयं इस प्रोजेक्ट की निगरानी कर रहें हैं।
आशीष अंबष्ट, धनबाद : कोल इंडिया की ईस्टर्न कोलफिल्ड लिमिटेड मुगमा एरिया में बंद श्यामपुर बी भूमिगत खदान को चालू किया जाएगा। यहां पूरी तरह से चार कंटीन्यूअस माइनर मशीन से खनन होगा। तकनीकी निदेशक बी वीरा रेड्डी स्वयं इस प्रोजेक्ट की निगरानी कर रहें हैं।
फाइनल रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेवारी सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीच्यूट (सीएमपीडीआइ) को दिया है जो प्रारंभिक रिपोर्ट सौंंप दी है। ईसीएल बोर्ड ने भी रिपोर्ट पर सहमति जताते हुए आगे और अध्ययन करने के लिए कहा है। यहां से प्रत्येक साल दो मिलियन टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है। यहां कोयला खनन का काम आउटसोर्सिंग कंपनी करेगी। इसमें तकनीकी दक्षता प्राप्त युवकों को रोजगार देने की योजना है।
स्थानीय युवकों को दी जाएगी ट्रेंनिग
कोयला कर्मियों के व्यवसायीक प्रशिक्षक प्राप्त लड़कों के साथ साथ प्रबंधन ने स्थानीय युवकों को ट्रेनिंग देकर दक्ष करके। स्क्रेनिंग के बाद उसे रोजगार देने की योजना है। इसके लिए भूं संपदा विभाग के अधिकारियों के अलाावा परियोजना प्रमुख को इस टीम में रखा है। कोलियरी के कार्मिक पदाधिकारी की देख रेख में कागजी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
40 मिलियन टन कोयला का भंडार
35 साल के इस प्रोजेक्ट में फिलहाल खदान की गहराई 150 मीटर है। कार्य के दौरान 200 मीटर तक गहरी हो जाएगी। अगले दो साल तक उत्पादन शुरू करने की योजना है। ईसीएल सर्वे प्लान के तहत इस माइंस में 40 मिलियन टन कोयला का भंडार है। ग्रीड जी फाइव का कोयला है। बताया जाता है कि यहां से उत्पादित कोयला स्थानीय पावर प्लांट में सप्लाई किया जाएगा।
कोट
निरसा क्षेत्र में काफी कोयला का भंडार है।
श्यामपुर बी माइंस को पूरी तरह से मशीनी तकनीकी से कोयला उत्पादन करने का प्लान तैयार किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से आउटसोर्सिंग कंपनी के जरिए संचालित होगा। स्थानीय युवकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। ईसीएल मुख्यालय में कागजी प्रक्रिया पूरी की जा रही गहै।
बी वीरा रेड्डी, डीटी ईसीएल