डीसी साहब मुझे मेरी पत्‍नी से म‍िलवा दीज‍िए; जनता दरबार में छलका युवक का दर्द...उपायुक्‍त की तरह आप भी नहीं रोक पाएंगे हंसी

गोविंदपुर के एक गांव से आए युवक इम्तियाज की कहानी है। जो अपनी पत्नी के बार बार घर से भाग जाने से उपजी मानसिक परेशानी से बेजार होकर कई अधिकारियों से गुहार लगा चुका था। इसी क्रम में उसने महिला थाने को भी आवदेन देकर मदद मांगी थी।

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 12:46 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 12:46 PM (IST)
डीसी साहब मुझे मेरी पत्‍नी से म‍िलवा दीज‍िए; जनता दरबार में छलका युवक का दर्द...उपायुक्‍त की तरह आप भी नहीं रोक पाएंगे हंसी
संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश देने में लगे हुए थे। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, धनबाद : दिन के करीब डेढ़ बजे थे। हमेशा की तरह आम लोगों की परेशानियां सुन उनका निराकरण करने के लिए धनबाद उपायुक्त संदीप कुमार सोमवार दोपहर संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश देने में लगे हुए थे। इसी बीच तेजी से एक युवक अपनी बारी आने पर उनके चैंबर में बदहवास घुसने के साथ फफक फफक कर रोने लगता है। उपायुक्त अपने अधीनस्थों को उसे पानी पिलाने का कह उससे हमदर्दी जताते हुए उसकी परेशानी का सबब पूछते हैं। परेशान युवक उनकी हमदर्दी पाकर टूट जाता है और आशा भरी नजरों से उपायुक्त की ओर देखते हुए अपनी पत्नी से मिलवाने की गुहार लगाता  है। उसकी बात सुनते ही उपायुक्त समेत सभी लोग मंद मंद मुस्काने लगते हैं। उपायुक्त ने उससे हमदर्दी जताते हुए जल्द ही उसकी शिकायत का निराकरण कराने का आश्वासन देते हैं।

दरअसल यह मामला गोविंदपुर के एक गांव से आए युवक इम्तियाज की कहानी है। जो अपनी पत्नी के बार बार घर से भाग जाने से उपजी मानसिक परेशानी से बेजार होकर कई अधिकारियों से गुहार लगा चुका था। इसी क्रम में उसने महिला थाने को भी करीब चार महीने पहले आवदेन देकर पत्नी को अपने साथ रहने के लिए मदद मांगी थी। महिला थाने की अधिकारियों ने मामले में पहल कर दोनों के बीच सुलह करा दिया। जिसके बाद उसकी पत्नी फिर से उसके साथ रहने लगी थी। लेकिन एक महीने पहले वह फिर से भाग कर अपने मायके चली गयी। शादी के बाद से ही पत्नी के बार बार मायके भाग जाने से आजिज इम्तियाज लगभग मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चला है।

इस बारे में पूछे जाने पर इम्तियाज कहता है कि जिले के कई पदाधिकारियों से मदद मांगी थी। लेकिन हर जगह से निराशा ही हाथ लगी। अंतत: हार कर आज उपायुक्त के दरबार में न्याय की उम्मीद लेकर आया हूं। अब मेरी जिंदगी उन्हीं के हाथ में है।

इस बाबत पूछे जाने पर उपायुक्त ने कहा कि वह संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देकर दोनों पक्षों की बात सुन कर सच्चाई का पता लगाने का निर्देश दिया है। साथ ही उन्हें कारणों का पता लगा कर युवक और उसकी पत्नी दोनों का काउंसलिंग कराने का भी आदेश दिया है।

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