Dhanbad Vaccination Update: निरसा में नहीं रही अफरा-तफरी; पूर्वी टुंडी के रघुनाथपुर में वैक्सीनेशन नहीं होने से युवा दिखे निराश

निरसा पार्षद मध्य विद्यालय में 18 वर्ष से 44 वर्ष के बीच के लोगों को शनिवार दूसरे दिन भी कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज दिया गया। युवा वर्ग में पहली बार वैक्सीनेशन लेने को लेकर काफी उत्साह दिखा । शनिवार को विद्यालय परिसर में ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं रही ।

By Atul SinghEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 05:54 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 05:54 PM (IST)
Dhanbad Vaccination Update: निरसा में नहीं रही अफरा-तफरी; पूर्वी टुंडी के रघुनाथपुर में वैक्सीनेशन नहीं होने से युवा दिखे निराश
दूसरे दिन भी कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज दिया गया। (जागरण)

निरसा/ पूर्वी टुंडी, जेएनएन : निरसा पार्षद मध्य विद्यालय में  18 वर्ष से 44 वर्ष के बीच के लोगों को  शनिवार  दूसरे दिन भी कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज दिया गया।  युवा वर्ग में पहली बार वैक्सीनेशन लेने को लेकर काफी उत्साह दिखा । हालांकि,  शुक्रवार की भांति शनिवार को विद्यालय परिसर में ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं रही ।

सरकार  द्वारा जिनका पंजीयन मंजूर हुआ था ज्यादातर वही  पहुंचे थे। कई  युवक  स्वास्थ्य कर्मियों से जानकारी लेते दिखे की उनलोगों ने भी अपना पंजीयन करवाया है।  परंतु  लिस्ट में उनका नाम नहीं आया है। वैक्सीनेशन करवाने पहुंचे युवक व युवतियों ने बताया कि कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन  है इसलिए हम लोग वैक्सीनेशन लगवाने आए हैं। साथ ही यह हम लोगों का नया अनुभव भी होगा।

इधर तकनीकी गड़बड़ी के कारण  शनिवार को पूर्वी टुंडी के गढ़ रघुनाथपुर  स्वास्थ्य केंद्र में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो सका। वैक्सीनेशन नहीं होने से रजिस्ट्रेशन करा चुके युवा  निराशा दिखे । बताते चलें कि  14 मई से 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का  वैक्सीनेशन गढ़ रघुनाथपुर स्वास्थ्य केंद्र में आरंभ हुआ है। 

पहले दिन शुक्रवार को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के तहत कुल 86 लोगों को टीका दिया गया।  पूर्वी टुण्डी प्रखंड विकास पदाधिकारी यास्मिता सिंह ने  बताया कि शनिवार को केंद्र में तकनीकी खराबी के कारण वैक्सीनेशन नहीं हो सका।  इन लोगों को पुनः रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

हरिणा में एगारह दिनों के भीतर पुत्र और पिता की मौत

बरोरा: एगारह दिनों के भीतर पुत्र और पिता की मौत से हरिणा मे शौक कि लहर दौड़ गई। जिसने भी सुना वे स्तब्ध रह गए। एक ही परिवार में एगारह दिन पहले चार मई को पिता जगदीश रवानी ने अपने युवा पुत्र अशोक रवानी को खोया था। जगदीश भी कोरोना कि चपेट में आ गए थे।पहले तो उन्हें कतरास के एक नीजी अस्पताल में ईलाज कराया गया। कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर परिवार वालों ने उसे धनबाद कोवीड अस्पताल एसएनएमएमसी में भर्ती कराया था । पर अंततः कोरोना से लड़ाई लड़ते लड़ते शनिवार को जगदीश रवानी भी चल बसे। चार मई को जगदीश के पुत्र अशोक के मौत के बाद प्रशासन ने उसके परिवार के सोलह लोगों का कोरोना जांच कराई थी। उन सोलह लोगों में आठ लोगों का कोरोना पॉजिटिव पाऐ जाने के बाद उन सभी लोगों को धनबाद के अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद अन्य सभी सदस्य स्वस्थ हो कर घर लौट आए हैं। पर जगदीश रवानी का ईलाज धनबाद के अस्पताल में ही चल रहा था। शनिवार को उनकी तबीयत और बिगड़ गया और उनकी मौत हो गई। घटना से मर्माहत परिवार के लोगों का रो रो कर बुरा हाल है।

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