वट सावित्री पर महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा के साथ लगाने की ठानी, कर रही खरीदारी
शहर की हवा में आक्सीजन मात्रा बढ़ाने के लिए दस जून को वट सावित्री के दिन शहर की महिलाएं बरगद के पौधों का रोपण करेंगी। इस दिन को उन्होंने और अधिक खास बनाने के लिए ही चुना है क्योंकि वे वट सावित्री व्रत पति की दीर्घायु के लिए करती है।
धनबाद, जेएनएन: शहर की हवा में आक्सीजन मात्रा बढ़ाने के लिए दस जून को वट सावित्री के दिन शहर की महिलाएं बरगद के पौधों का रोपण करेंगी। इस दिन को उन्होंने और अधिक खास बनाने के लिए ही चुना है, क्योंकि वे वट सावित्री व्रत पति की दीर्घायु व स्वजनों की खुशहाली के लिए भगवान से आराधना करती है। इस दिन को और भी अधिक यादगार बनाने के लिए महिलाएं अपने घरों के बगीचे में बरगद के पौधे लगाने के लिए बाजार में खरीदारी कर रही है।
इस वक्त बाजार में बरगद के पौधे की कीमत 60 रूपये से लेकर 150 रूपये तक है। पुलिस लाइन स्थित पौधें विक्रेता विजय साहू ने बताया कि अन्य दिनोंं की तुलना इस वक्त बरगद के पौधों की डिमांड बढ़ गई है। एक ओर शहर में इन दिनों कोरोना के कारण मंदिर का कपाट बंद है। इसलिए कई महिलाओं ने घर पर ही पूजा करने की ठानी है। इसलिए वे बरगद के पेड़ की खरीदारी कर रही है।
वट सावित्री पूजा के लिए बरगद के पौधे की खरीदारी करने वाली रेखा आशा कुशवाहा ने बताई कि हिंदू धर्म इस पेड़ को बहुत ही श्रद्धा से देखा जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर बरगद अन्य पेड़ों की तुलना यह अधिक आक्सीजन देता है। इस बार कोरोना काल में आक्सीजन को लेकर जिस तरह मारामारी हुई उसे देखते हुए। शहर की महिलाओं ने भी ठानी है कि ज्यादा आक्सीजन देने वाले पौधे लगाने को लेकर आतुर है। ज्यादा आक्सीजन देने वाले पेड़ों की बात करें तो उसमें बरगद है। इसलिए वट सावित्री व्रत पर महिलाएं बड़े पैमाने पर बरगद के पौधे रोपने की तैयारी कर रही हैं। और शहर के पुलिस लाईन, पुराना बाजार सहित अन्य स्थानों पर खरीदारी भी कर रही है।