बासुकी अगरबत्ती देगा महिलाओं को आर्थिक ताकत, जीवन में आएगी आर्थिक समृद्धि की सुगंध
बासुकी अगरबत्ती उत्पादक संघ बेदिया के अध्यक्ष मोटकी सोरेन की माने तो उसके समूह में कुल 90 महिलाएं अगरबत्ती निर्माण की ट्रेनिंग ले चुकी हैं। संघ की सचिव पुष्पा बास्की बताती हैं कि वर्तमान में 25 महिलाएं अगरबत्ती निर्माण कार्य से जुड़ी हैं।
रुपेश कुमार झा लाली, बासुकीनाथ (दुमका): बासुकी अगरबत्ती निर्माण से जुड़ी महिलाएं आर्थिक समृद्धि की नई गाथाएं लिखने में जुटी हैं। इस कार्य में जुड़ी महिलाओं को जल्द ही ट्रेनिंग के साथ आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराई जाएगी। हाल के दिनों बासुकीनाथ मंदिर में पूजन अपशिष्ट के द्वारा निर्मित होनेवाले बासुकी अगरबत्ती के निर्माण में ठहराव सा आ गया है। जिसे गति देने के लिए जरमुंडी के चमराबहियार पंचायत के बेदिया गांव में प्रशिक्षण सह व्यापारिक केंद्र को और बेहतर और प्रभावी बनाया जाएगा। इसी केंद्र में बासुकीनाथ मंदिर के पूजन अपशिष्टों को मंगवाकर अगरबत्ती निर्माण कार्य कराया जाता है। जेएसएलपीएस से प्रशिक्षित बासुकी अगरबत्ती उत्पादक संघ बेदिया की महिलाएं अगरबत्ती निर्माण व पैकेङ्क्षजग कर इसे बासुकी अगरबत्ती के नाम से बेचती हैं।
90 महिलाएं प्राप्त कर चुकी हैं प्रशिक्षण : बासुकी अगरबत्ती उत्पादक संघ बेदिया के अध्यक्ष मोटकी सोरेन की माने तो उसके समूह में कुल 90 महिलाएं अगरबत्ती निर्माण की ट्रेनिंग ले चुकी हैं। संघ की सचिव पुष्पा बास्की बताती हैं कि वर्तमान में 25 महिलाएं अगरबत्ती निर्माण कार्य से जुड़ी हैं। जेएसएलपीएस के प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक वरुण शर्मा बताते हैं कि पहले एक किलो कच्चा माल तैयार करने में उत्पादक संघ को 50 रुपये की दर से भुगतान किया जाता था जिसे बाद में बढ़ाकर 60 रुपये तथा वर्तमान में 65 रुपये किया गया है। वरुण शर्मा ने कहा कि आने वाले समय में बासुकी अगरबत्ती के छोटे पैकेट को पांच रुपये की दर से बासुकीनाथ मंदिर और जरमुंडी बाजार क्षेत्र के दुकानों में विक्रय किए जाने की योजना है।
बासुकीनाथ नगर पंचायत की महिलाएं भी सीखेंगी निर्माण कार्य
जेएसएलपीएस के वरुण शर्मा ने बताया कि बासुकीनाथ नगर पंचायत क्षेत्र की स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को भी अगरबत्ती निर्माण का ट्रेनिंग दी जाएगी। इसे लेकर बासुकीनाथ नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष ओझा से बातचीत हुई है। आशुतोष ओझा ने बासुकीनाथ नगर पंचायत के दो महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किए जाने, बासुकीनाथ नगर पंचायत में दो मैनुअल पैडल मशीन देकर उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का भरोसा दिया है।
ये है योजना में तकनीकी अड़चन : योजना में उत्पादक संघ को पूंजी की किल्लत हो रही है। जिस कारण अगरबत्ती निर्माण के कार्य को गति नहीं मिल पा रही है। सखी मंडल के सदस्यों के मुताबिक पर्याप्त पूंजी की कमी है। इस कारण सामग्री निर्माण से लेकर बाजार में सामग्री उपलब्ध होने में अड़चन है। जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के कुल चार स्थानों पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अगरबत्ती निर्माण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आने वाले समय में बासुकीनाथ नगर पंचायत की दो महिला स्वयं सहायता समूहों को भी इसमें शामिल किया जाना है।
वरुण शर्मा, प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक जेएसएलपीएस, जरमुंडी