शस्त्र बिना न अपनी सुरक्षा हो सकती है न ही समाज की रक्षा

बिना शस्त्र न तो अपनी सुरक्षा और न समाज की रक्षा की जा सकती है। यह शस्त्र जन्म जन्मांतर हमारे देवी देवताओं के साथ रहा है। ये बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्राचरक दिलीप कुमार ने बरमसिया फुटबाल मैदान में आरएसएस पुराना बाजार नगर की ओर से आयोजित विजयादशमी महोत्सव एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 06:23 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 07:06 PM (IST)
शस्त्र बिना न अपनी सुरक्षा हो सकती है न ही समाज की रक्षा
शस्त्र बिना न अपनी सुरक्षा हो सकती है न ही समाज की रक्षा

धनबाद : बिना शस्त्र न तो अपनी सुरक्षा और न समाज की रक्षा की जा सकती है। यह शस्त्र जन्म जन्मांतर हमारे देवी देवताओं के साथ रहा है। ये बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्राचरक दिलीप कुमार ने बरमसिया फुटबाल मैदान में आरएसएस पुराना बाजार नगर की ओर से आयोजित विजयादशमी महोत्सव एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उपेंद्र कुमार, प्रांत प्रचारक दिलीप कुमार, सह विभाग कार्यवाह विक्रम हिमालय ने शस्त्रों पर तिलक लगाकर एवं पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलित कर किया।

इस मौके पर दिलीप कुमार ने स्वयंसेवकों से कहा कि आरएसएस वर्ष भर में कुल छह उत्सव मनाता है। विजयादशमी उसमें से एक है। यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत और अंधकार पर प्रकाश की विजय का द्योतक है। विजयादशमी के दिन ही डा. केशव राव बलिराम हेडगेवार ने 1925 में नागपुर में संघ की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भारतीय जनमानस की आत्मा हैं। पुरातन काल से हम शक्ति की उपासना करते रहे हैं। आरएसएस विजयादशमी पर शस्त्र पूजन की परंपरा को जीवंत रखे हुए है। मनुष्यत्व ही हिदुत्व है और हिदुत्व ही राष्ट्रीयत्व है। इस दौरान मुख्य अतिथि उपेंद्र कुमार ने भी संघ के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्र का निर्माण चरित्रवान लोग करते हैं। संघ ऐसे ही लोगों का निर्माण कर रहा है। देश को आज पुष्ट शरीर, बुद्धि एवं निर्मल आत्मा वाले नागरिकों की जरूरत है। नगर कार्यवाह हिमांशु ने अतिथियों का परिचय कराया। मौके पर महानगर कार्यवाह, सह नगर कार्यवाह एवं स्वयंसेवक उपस्थित थे।

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