पुस्तक नहीं तो कैसे शुरू करें पढ़ाई? अभिभावकों सता रही है बच्चों के पढ़ाई की चिंता Dhanbad News

सरकारी स्कूलों के बच्चे पढ़ाई में पिछड़ रहे हैं। जिले के पब्लिक स्कूल में नए सत्र की पढ़ाई शुरू हुए करीब एक महीना होने को है और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अभी तक किताब मिलने का इंतजार कर रहे हैं।

By Atul SinghEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 05:48 PM (IST) Updated:Mon, 26 Apr 2021 05:51 PM (IST)
पुस्तक नहीं  तो कैसे शुरू करें पढ़ाई? अभिभावकों सता रही है बच्चों के पढ़ाई की चिंता Dhanbad News
बच्चे पढ़ाई में पिछड़ रहे हैं। जिले के पब्लिक स्कूल में नए सत्र की पढ़ाई शुरू । (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

 धनबाद, जेएनएन : सरकारी स्कूलों के बच्चे पढ़ाई में पिछड़ रहे हैं। जिले के पब्लिक स्कूल में नए सत्र की पढ़ाई शुरू हुए करीब एक महीना होने को है और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे अभी तक किताब मिलने का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि जब तक किताब नहीं मिलेगी पढ़ाई शुरू नहीं हो पाएगी।

जबकि पुस्तक के प्रत्येक प्रखंड में पहले ही पहुंच चुकी है। लेकिन उन पुस्तकों का वितरण छात्रों के बीच नहीं हो पाया है। छात्रों के बीच पुस्तकों के वितरण का आदेश मुख्यालय दे चुका है। अब आदेश को स्थानीय स्तर पर अनुपालन कराते हुए कक्षा एक से लेकर आठवीं कक्षा तक पुस्तकों का वितरण करना है।

जिले के शिक्षा अधिकारी अस्वस्थ है। और उनका उपचार चल रहा है। जिसके कारण विभागीय आदेश आगे नहीं बढ़ पाया है। वहीं अन्य अधिकारी भी जिला शिक्षा अधीक्षक के कार्यालय आने का इंतजार कर रहा है, ताकि पुस्तकों को लेकर प्रखंडों तक आदेश जारी कराया जा सके और बच्चों के बीच पुस्तक वितरण कार्य को सुनिश्चित किया जा सके। वही शिक्षकों का कहना है कि जब तक बच्चों के बीच पुस्तकों का वितरण नहीं हो जाता उन्हें कैसे पढ़ाया जा सकता है।

बच्चों की पढ़ाई के लिए पुस्तकों का रहना अनिवार्य है। जब उनके पास पुस्तक ही नहीं रहेंगे तो हम क्या पढ़ाएंगे। हालांकि शिक्षकों का तर्क भी जायज है। वहीं अभिभावकों को इस बात की चिंता सता रही है की पुस्तक के नहीं मिलने के कारण बच्चों की पढ़ाई शुरू नहीं हो पा रही है। कई अभिभावकों ने स्कूलों में संपर्क भी किया। उन्हें बताया गया कि मई के प्रथम सप्ताह तक पुस्तकों का वितरण शुरू हो जाएगा, और उसके बाद से पढ़ाई भी शुरू कर दी जाएगी।

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