नाच का नशा... प्रतिमा विसर्जन जुलूस में डांस से रोका तो पत्नी ने पति को मार डाला, गिरफ्तार
आरती ने हत्या की बात स्वीकार की है। उसने बताया कि 19 फरवरी की शाम मोहल्ले में सरस्वती प्रतिमा का विसर्जन हो रहा था। जुलूस में आरती डांस करना चाहती थी। कृष्णा ने उसे मना किया। इससे दोनों में विवाद हो गया। गुस्साई आरती ने उसकी पिटाई कर दी।
बोकारो, जेएनएन। वह तड़प रहा था, बावजूद उसकी जीवन संगिनी ही उसे सब्बल से मार रही थी, वह प्यासा था, तड़प तड़प कर पानी मांग रहा था, मगर पानी भी नहीं दिया गया। अंतत: उसने दम तोड़ दिया। बोकारो के सेक्टर छह में हुई यह घटना पूरे शहर को झकझोर गई। दरअसल, शेखो क्रशर के पास झोपड़ी में रहने वाले 35 साल के दैनिक मजदूरी करने वाले कृष्णा बागती की हत्या उसकी पत्नी 30 साल की आरती देवी ने महज इसलिए कर दी कि उसने उसे सरस्वती प्रतिमा विसर्जन जुलूस में नाचने से मना किया था। बाद में कृष्णा की बेटी ने अपने दादा फनी बागती को सूचना दी। वे स्वजनों के साथ वहां पहुंचे। थाना प्रभारी एम टूडू ने आरती को गिरफ्तार कर लिया है।
आरती ने स्वीकार की गलती
आरती ने हत्या की बात स्वीकार की है। उसने बताया कि 19 फरवरी की शाम मोहल्ले में सरस्वती प्रतिमा का विसर्जन हो रहा था। जुलूस में आरती डांस करना चाहती थी। कृष्णा ने उसे मना किया। इससे दोनों में विवाद हो गया। गुस्साई आरती ने उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद वह डांस करने चली गई। लौटी तो पति ने उसे फिर डांटा। शनिवार की रात तक दोनों में विवाद होता रहा। आरती फिर उससे भिड़ गई। इस बार अचानक उसने सब्बल उठाया और उससे उसे मारा। कृष्णा बुरी तरह जख्मी हो गया। गुस्साई आरती को फिर भी रहम नहीं आया, उसने कहा कि न तो पति का इलाज कराएगी और न उसे पानी ही देगी। वह बार बार पानी मांगता रहा। उसने अपनी दोनों बेटियों बेटे को भी पानी देने से मना कर दिया। यह तक कह दिया कि इसे मरने दो, कोई पानी नहीं देना। रविवार की शाम अत्यधिक खून निकलने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद कृष्णा की बड़ी बेटी किसी तरह घर से निकली और जानकारी दादा को दी। उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर गई। छानबीन की। पत्नी आरती को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरती ने मान लिया कि पति की हत्या की है। वह डांस करने से मना कर रहा था, इससे विवाद शुरू हुआ। इलाज भी नहीं कराया, पानी भी नहीं पिलाया।
-एम टुडू, थाना प्रभारी, सेक्टर छह।