रामपुर में बिजली व पंप के अभाव में बंद पड़ी जलापूर्ति योजना

सिजुआ इसे तंत्र की बेरूखी कहें या ग्रामीणों का दुर्भाग्य जल का अथाह भंडार ऊंची जलमीनार जेनरेटर की मुकम्मल व्यवस्था होने के बावजूद बीते नौ साल से रामपुरवासी पानी के लिए तरस रहे हैं। बिजली की कमी व पंप चोरी हो जाने से यहां जलसंकट उत्पन्न हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 05:40 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 05:40 PM (IST)
रामपुर में बिजली व पंप के अभाव में बंद पड़ी जलापूर्ति योजना
रामपुर में बिजली व पंप के अभाव में बंद पड़ी जलापूर्ति योजना

सिजुआ : इसे तंत्र की बेरूखी कहें या ग्रामीणों का दुर्भाग्य, जल का अथाह भंडार, ऊंची जलमीनार, जेनरेटर की मुकम्मल व्यवस्था होने के बावजूद बीते नौ साल से रामपुरवासी पानी के लिए तरस रहे हैं। बिजली की कमी व पंप चोरी हो जाने से यहां जलसंकट उत्पन्न हुआ है। बाघमारा प्रखंड अंतर्गत कंचनपुर पंचायत स्थित रामपुर में ग्राम जल और स्वच्छता समिति द्वारा संचालित जलापूर्ति योजना बिजली के बिना बेकार पड़ी है। मुखिया सीताराम भुइयां ने 12 अगस्त 2012 को बिजली कनेक्शन के लिए विभाग को आवेदन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। राजीव गांधी पायलट योजना के तहत वर्ष 2003 में रामपुर में डीप बोरिग कर पाइप से हर घर में जलापूर्ति योजना को अमली जामा पहनाया गया था। जेनरेटर की सहायता से आठ साल तक जलापूर्ति की गई। वर्ष 2011 में डीप बोरिग का पंप जल गया। मुखिया ने आपदा प्रबंधन कोष से करीब 70 हजार रुपये से दो पंप की व्यवस्था की। जेनरेटर की क्षमता कम होने से जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी। 2019 अप्रैल माह में पीएचडी विभाग की ओर से सोलर प्लेट लगाया गया, ताकि बिजली की जरुरत नहीं पड़े और जलापूर्ति सुनिश्चित हो सके। इसी बीच चोरों ने एक पंप चुरा लिया और ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हो पाया। मिला है प्रथम पुरस्कार : इस योजना की शत फीसद सफलता और बेहतर कार्य के लिए वर्ष 2008 में धनबाद के तत्कालीन उपायुक्त अजय कुमार ने समिति को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया था। इसके बाद स्वजल धारा योजना के तहत जलमीनार का निर्माण कराया गया था।

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