IRCTC: 48 घंटे से गोमो में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है रेल कर्मियों ने ट्विटर पर शेयर की खाली बाल्टी की तस्वीर

गोमो के रेल कर्मचारियों ने अजीबोगरीब पोस्ट टि्वटर पर किया है इस बार पानी की समस्या से जूझ रहे जय गौ मां के रेलवे कर्मियों ने खाली बाल्टी और डेगची की तस्वीर शेयर कर अपनी समस्याओं को सार्वजनिक किया साथी रेलवे की व्यवस्था की पोल खोली बीते 48 घंटों

By Atul SinghEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 03:00 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 03:22 PM (IST)
IRCTC: 48 घंटे से गोमो में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है रेल कर्मियों ने ट्विटर पर शेयर की खाली बाल्टी की तस्वीर
घंटों से रेलवे कर्मी पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, धनबाद : गर्मी की विदाई के बाद भी रेलवे के आंगन में सूखा है। रेल आवासों में जलापूर्ति ठप हो गई है जिससे कर्मचारी और उनका परिवार हैरान-परेशान है। पीने के लिए पानी तो खरीद ले रहे हैं। पर llदिनभर घरेलु इस्तेमाल के लिए पानी खरीदना मुश्किल हो रहा है। पानी देने वाले विभाग का चक्कर लगाकर पांव थक जा रहे हैं, पर उनकी कोई सुने तब न।

पिछले 48 घंटे से गोमो के रेलवे आरई कालोनी में जलापूर्ति बंद है। रेलवे की व्यवस्था से नाराज कर्मचारियों ने खाली बाल्टी, डेगची और टब की तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है। गोमो की प्रीति ठाकुर ने लिखा है कि दो दिनों से पानी नहीं मिला है। उनके साथ ही एके ठाकुर ने भी ट्विटर पर मामले की शिकायत की है। जलापूर्ति करने वाले विभाग से जब इसकी शिकायत की गई तो उन्होंने बताया कि पर्याप्त पानी का भंडारण नहीं होने के कारण जलापूर्ति नहीं हो रही है। जब तक पानी का भंडारण नहीं होगा। जलापूर्ति नहीं की जा सकेगी।

 *पिछले महीने फिटकरी खरीदने के कम पड़े गए थे पैसे* 

गोमो में पानी को लेकर अव्यवस्था कोई नई बात नहीं है। इससे पहले पिछले महीने रेल आवासों में गंदे पानी की आपूर्ति की जा रही थी। उस दौरान जब जलापूर्ति करने वाले विभाग से शिकायत की गई तो बताया गया कि फिटकरी खरीदने को फंड नहीं होने से पानी साफ नहीं हो रहा है। वो मामला पर ट्विटर पर शेयर हुआ था।

 *रेलवे का रटा रटाया जवाब* 

रेलवे कर्मचारियों से जुड़ी शिकायत हो या फिर रेल यात्रियों की, रेल अधिकारी के पास रटा रटाया जवाब तैयार रहता है। यात्रियों की शिकायत मिलते ही उससे जुड़े विभाग के अधिकारी को मामला फारवर्ड कर दिया जाता है। ठीक उसी तरह जलापूर्ति की शिकायत मिलते ही इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी को मामला फारवर्ड कर दिया।

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