भू धंसान प्रभावित घनुडीह में महिला पर गिरी दीवार, हालत गंभीर

संस तिसरा अग्नि व भू धंसान प्रभावित क्षेत्र घनुडीह मल्लाह बस्ती में शनिवार की देर रात दीवार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 10:28 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 10:28 PM (IST)
भू धंसान प्रभावित घनुडीह में महिला पर गिरी दीवार,  हालत गंभीर
भू धंसान प्रभावित घनुडीह में महिला पर गिरी दीवार, हालत गंभीर

संस, तिसरा : अग्नि व भू धंसान प्रभावित क्षेत्र घनुडीह मल्लाह बस्ती में शनिवार की देर रात दीवार गिरने से सूरज निषाद की पत्नी मालती देवी उसमें दबकर गंभीर रूप से जख्मी हो गई। परिवार व स्थानीय लोगों ने उन्हें निकाल कर जोड़ाफाटक स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया। मालती का पैर टूट गया है। शरीर के कई स्थानों पर चोट लगी है। स्थिति गंभीर है। सूरज ने बताया कि रात्रि में शौच के लिए पत्नी निकली थी। इसी दौरान आंगन के पास गैस निकलता देख छाई व मिट्टी डालकर उसे बंद कर रही थी। सूरज भी पुत्र अमन व पुत्री सोना के साथ बाहर निकले। इसी दौरान जर्जर दीवार मालती पर गिर गई। महिला उसमें दब गई। काफी प्रयास के बाद परिवार व स्थानीय लोगों ने ईंट हटाकर उन्हें बाहर निकाला। घटना की सूचना कोलियरी प्रबंधन को दी गई।

सुबह में भी प्रबंधन मौके पर नहीं आने पर गुस्साए लोगों ने झरिया-बलियापुर मुख्य सड़क को जाम कर दिया। झरिया के सीओ राजेश कुमार व प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। सीओ मौके पर पहुंचकर लोगों को घनुडीह ओपी में बुलाया। खतरनाक क्षेत्र में रहनेवाले लोगों के पुनर्वास का आश्वासन दिया, तब लोग शांत हुए। लोगों ने कहा कि लगभग 52 लोग यहां रहते हैं। 2014 व 15 में सर्वे हुआ। अभी तक सुरक्षित जगह पर घर नहीं मिला। लोग जान हथेली पर रखकर रहने को मजबूर हैं। ऐसा लगता है कि यहां बड़ा हादसा होने पर ही प्रबंधन व प्रशासन की नींद टूटेगी। सीओ ने कहा यहां के लोगों सुरक्षित जगह पर बसाने के लिए बीसीसीएल पर दबाव बनायेंगे। जल्द लोगों का पुनर्वास होगा। मौके पर रवि निषाद, उपेंद्र कुमार सिंह, शक्ति सिंह, रेशमी देवी, सुमन देवी, मधु सिंह, दीपिका सिंह, निधि कुमारी, सावित्री देवी, सोनी कुमारी, गिरजा देवी, ताराचंद सिंह आदि थे।

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कुइयां कार्यालय के पास अस्थायी रूप से लोगों को बसा सकते हैं : जीएम

बस्ताकोला क्षेत्र के जीएम सोमेन चटर्जी का कहना है कि यहां के चार पांच परिवार जो अति खतरनाक क्षेत्र में हैं। वे चाहे तो उन्हें कुइयां कार्यालय के पास हम अस्थाई तौर पर रहने की व्यवस्था कर सकते हैं। पहले भी यहां के लोगों से कहा गया है कि यहां रहना खतरे से खाली नहीं है। नोटिस भी हम लोग जारी कर चुके हैं। लोगों का मांग है कि बेलगढि़या में आवास दिया जाए। जैसे-जैसे बेलगढि़या में कंपनी को आवास मिल रहा है लोगों को दे रहे हैं।

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