पुलिस को शहादत अंसारी गैंग पर शक, गिरिडीह व आसनसोल गई पुलिस
धनबाद बैंकमोड़ राजकमल मेंशन स्थित जेवर हाउस से 25 लाख की डकैती के मामले में पुलिस उलझन में है। पुलिस को इस मामले में तीन-चार गिरोह पर शक है। अपराधियों की तलाश में पुलिस की कई टीमों को गिरिडीह आसनसोल लखीसराय व गया भेजा गया है।
सबहेड- माधव गैंग की तलाश में गया में भी पुलिस कर रही छापेमारी बैंकमोड़ डकैती
- रैकी करनेवाले लोकल अपराधियों के लिए शंकर डोम गिरोह की तलाश
- गिरिडीह व आसनसोल जेल में बंद अपराधियों से भी पुलिस करेगी पूछताछ जागरण संवाददाता, धनबाद : बैंकमोड़ राजकमल मेंशन स्थित जेवर हाउस से 25 लाख की डकैती के मामले में पुलिस उलझन में है। पुलिस को इस मामले में तीन-चार गिरोह पर शक है। अपराधियों की तलाश में पुलिस की कई टीमों को गिरिडीह, आसनसोल, लखीसराय व गया भेजा गया है। वहीं पुलिस को गिरिडीह जेल में बंद शहादत अंसारी के गैंग पर भी शक है। लिहाजा एक टीम शहादत अंसारी से पूछताछ के लिए गिरिडीह भी गई है। दो साल पूर्व ही गिरिडीह पुलिस ने शहादत को झरिया से गिरफ्तार कर जेल भेजा था। साथ ही पुलिस वैसे सभी पुराने अपराधियों की कुंडली खंगाल रही है, जो अबतक डकैती के मामले में शामिल रहे हैं। पुलिस की एक टीम आसनसोल जेल में बंद कुछ अपराधियों से भी पुलिस पूछताछ करेगी। दरअसल इसी वर्ष फरवरी में आसनसोल में एक जेवरात दुकान में डकैती हुई थी, जिसमें तीन अपराधी मौके पर पकड़े गए थे। इन अपराधियों से पूछताछ कर पुलिस सुराग जुटाने की कोशिश करेगी। इसके अलावा माधव रविदास गैंग को भी पुलिस खंगाल रही है। इसके लिए एक टीम को गया भेजा गया है। इस गैंग के जितने भी पुराने अपराधी है, उसकी सूची बनाकर पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर शंकर डोम के साथियों को भी पुलिस ढूंढ़ रही है। कई डकैती कांड का उद्भेदन नहीं कर पाई है पुलिस
वहीं शहर में हुई कई डकैती कांड का पुलिस अबतक खुलासा नहीं कर पाई है। इनमें सरायढेला बैंक ऑफ इंडिया और एलसी रोड स्थित व्यवसायी आलोक जैन के घर में हुई डकैती शामिल हैं। हालांकि बैंक ऑफ इंडिया में डकैती की घटना को लेकर पुलिस ने देवघर व विभिन्न इलाकों से कुछ अपराधियों को जेल भेजा था।
पुलिस इस कांड का जल्द खुलासा करेगी। इसके लिए पुलिस की कई टीम काम कर रही है। लोकल अपराधियों की तलाश जारी है। कुछ लोकल अपराधियों की तलाश में संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी हुई है। लेकिन सफलता नहीं मिली।
असीम विक्रांत मिज, एसएसपी