बागजबरा गांव आने जाने के लिए ग्रामीणों को पगडंडी का लेना पड़ता सहारा

पूर्वी टुंडी पूर्वी टुंडी प्रखंड स्थित मैरानवाटांड़ पंचायत अंतर्गत बागजबरा गांव के ग्रामीण समस्याओं से जूझ रहे हैं। इस गांव में सड़क व पेयजल की बड़ी समस्या है। ग्रामीणों की सबसे बड़ी समस्या गांव आने-जाने के लिए सड़क नहीं होना है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 06:24 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 06:24 AM (IST)
बागजबरा गांव आने जाने के लिए ग्रामीणों को पगडंडी का लेना पड़ता सहारा
बागजबरा गांव आने जाने के लिए ग्रामीणों को पगडंडी का लेना पड़ता सहारा

संवाद सहयोगी, पूर्वी टुंडी : पूर्वी टुंडी प्रखंड स्थित मैरानवाटांड़ पंचायत अंतर्गत बागजबरा गांव के ग्रामीण समस्याओं से जूझ रहे हैं। इस गांव में सड़क व पेयजल की बड़ी समस्या है। ग्रामीणों की सबसे बड़ी समस्या गांव आने-जाने के लिए सड़क नहीं होना है। गोविदपुर-साहिबगंज मुख्य सड़क से लगभग एक किलोमीटर भीतर बसे इस गांव पहुंचने के लिए पगडंडियों का सहारा लेना पड़ता है। लगभग 20 घरों के इस गांव में बिजली तो पहुंच गई, लेकिन गांव तक जाने के लिए सड़क आज तक नहीं बनी है। वन विभाग द्वारा वन भूमि की घेराबंदी करने से ग्रामीणों को और अधिक समस्या हो रही है। गांव के प्रधान बाबूजान मुर्मू बताते हैं कि गांव आने-जाने के लिए रास्ता ही नहीं है। पगडंडियों के सहारे आना-जाना करते हैं। बारिश के दिनों में जब खेतों में धान की फसल लग जाती है तब और ज्यादा परेशानी होती है। किसी के बीमार पड़ने पर खाट के ऊपर लादकर सड़क तक ले जाना पड़ता है। खेतों के बगल से रास्ता था, उस पर वन विभाग ने घेराबंदी कर दी है। बिनेश मुर्मू, अनिल मुर्मू, नुनूलाल भोक्ता का भी कहना है कि उनके गांव में सड़क की समस्या सबसे बड़ी है। साथ ही इस गर्मी के मौसम में पानी की भी समस्या है। गांव में लगे दो चापाकल में से एक लगभग दो महीने से खराब पड़ा हुआ है, जिस कारण एकमात्र चापाकल ही ग्रामीणों का सहारा है।

इस गांव की समस्या के बारे में अभी तक किसी ने अवगत नहीं कराया है। यदि सड़क नहीं है तो ग्रामीणों की सुविधा के लिए किसी भी तरह से सड़क बनाने का प्रयास किया जाएगा।

मथुरा प्रसाद महतो, विधायक, टुंडी

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