मुक्का मारकर भागने वाले आरोपित के ससुराल में थानेदार ने दिखाई दबंगई, भड़के ग्रामीणों ने बंधक बनाकर किया सड़का जाम

परिजनों के विरोध करने पर थाना प्रभारी व अन्य जवानों ने रामप्रवेश व घर की महिलाओं की पिटाई कर दी। हल्ला होने के बाद ग्रामीण वहां पहुंचे तो पुलिस बर्बरतापूर्वक लोगों को पीट रही थी।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 07:49 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 07:51 PM (IST)
मुक्का मारकर भागने वाले आरोपित के ससुराल में थानेदार ने दिखाई दबंगई, भड़के ग्रामीणों ने बंधक बनाकर किया सड़का जाम
मुक्का मारकर भागने वाले आरोपित के ससुराल में थानेदार ने दिखाई दबंगई, भड़के ग्रामीणों ने बंधक बनाकर किया सड़का जाम

गिरिडीह, जेएनएन। जिले के बिरनी थाना के थानेदार सुरेश मंडल को मुक्का मारकर भागने वाले आरोपित रविंद्र यादव को गिरफ्तार करने के लिए उसके ससुराल मुरैना में पुलिस छापेमारी करने पहुंची थी। इस दौरान ग्रामीणों ने थानेदार समेत पुलिसकर्मियों को सड़क जाम करते हुए करीब तीन घंटें तक बंधक बना लिया। ग्रामीणों का आरोप था कि थानेदार रविंद्र यादव के ससुराल के लोगों की बेरहमी से पिटाई कर रहे थे। विरोध करने पर गोली मारने की धमकी दी। बिरनी के अंचल अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों से वार्ता कर थानेदार समेत सभी पुलिसकर्मियों को मुक्त कराया।

बिरनी के थानेदार को मुक्का मार थाना से फरार हुए आरोपित रविन्द्र यादव की ससुराल मुरैना बुधवार करीब साढ़े 11 बजे थाना प्रभारी सुरेश मंडल दल-बल के साथ पहुंचे। वाहन से उतरते ही पुलिस ने घर में घुसकर आरोपित के साले रामप्रवेश को पकड़ लिया और जबरन पुलिस वाहन पर बैठाने लगे। परिजनों के विरोध करने पर थाना प्रभारी व अन्य जवानों ने रामप्रवेश व घर की महिलाओं की जमकर पिटाई कर दी। हल्ला होने के बाद ग्रामीण वहां पहुंचे तो देखा कि पुलिस बर्बरतापूर्वक घर के लोगों की पिटाई कर रही है। भीड़ को थानेदार ने वहां से भागने को कहा। कहा कि नहीं भागे तो गोली चल जाएगी। गोली चलाने की बात सुन सैकड़ों ग्रामीणों ने संयम बरतते हुए सड़क जामकर वाहन को घेर लिया और थानेदार व पुलिसकर्मियों को बंधक बना लिया।

इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जितनी गोली चलानी है चलाएं और उनपर वाहन चढ़ाकर निकल जाएं। उन्हें लगभग तीन घंटे तक बंधक बनाए रखा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना एसपी, एसडीपीओ व पुलिस इंस्पेक्टर को दूरभाष पर दी। सूचना पर बिरनी के सीओ संदीप मधेशिया व पुलिस इंस्पेक्टर रामनारायण चौधरी भारी संख्या में महिला व पुरुष जवानों को लेकर पहुंचे। वहां आक्रोशित ग्रामीणों ने थानेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। थानेदार की पिटाई से आरोपित का साला गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिसका इलाज बिरनी अस्पताल में चल रहा है। ग्रामीणों ने सीओ व पुलिस इंस्पेक्टर से थानेदार के खिलाफ शिकायत की। कहा कि रामप्रवेश व उनका परिवार कोई अपराधी नहीं है। उनके घर पुलिस कभी आधी रात्रि को तो कभी दिन में आकर महिलाओं व अन्य के साथ दुर्व्यवहार करती है। साथ ही महिलाओ के साथ बदतमीजी करती है। कहा कि पारा चौकीदार छोटू बैठा ने बेहरमी से उनकी पिटाई की है। ग्रामीणों की मांग थी कि थानेदार पर मुकदमा दर्ज कर उसे बर्खास्त किया जाए।

आश्वासन के बाद बंधक से मुक्त हुए थानेदार व जवान: सीओ व पुलिस निरीक्षक ने ग्रामीणों व भाकपा माले नेता सीताराम सिंह के अलावे मुखिया सविता देवी से घटना की जानकारी ली। काफी देर तक बाद पुलिस इंस्पेक्टर ने आश्वासन देते हुए कहा कि थानेदार के खिलाफ वरीय पदाधिकारी को लिखा जाएगा। तब तक उसके घर पुलिस नहीं आएगी। एसपी के आदेश पर ही पुलिस यहां आएगी। इस आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने उन्हें बंधक से मुक्त कर दिया।

जख्मी मां ने थानेदार के खिलाफ दिया आवेदन: थानेदार की पिटाई से जख्मी रामप्रवेश यादव की मां कौशल्या देवी ने पुलिस इंस्पेक्टर को थानेदार व पारा चौकीदार के खिलाफ आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की। इंस्पेक्टर ने कहा कि आवेदन के आधार पर ही कार्रवाई होगी। इस दौरान भाकपा माले नेताओं ने भी पुलिसिया जुर्म के खिलाफ जमकर विरोध किया और अधिकारियों से थानेदार पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। मौके पर संतोष कुमार, विजय दास, सहदेव यादव, बबलू खान, रामसहाय यादव, रामविलास पासवान, गोविंद साव, सुखदेव साव आदि लोग शामिल थे।

थाना प्रभारी ने क्या कहा: थाना प्रभारी ने कहा कि अधेड़ महिला व पुरूष का जबरना शादी कराने एवं दोनों को जूता-चप्पल का माला पहनाने के मामले में रामप्रवेश यादव नामजद आरोपित है। रविन्द्र कुमार यादव रामप्रवेश का बहनोई है। थाना से रविन्द्र को भगाने में उनके ही साले रामप्रवेश का हाथ है। इस मामले में रामप्रवेश पर मुकदमा किया गया है। बुधवार को उसे गिरफ्तार करने वे गए थे। गिरफ्तार करने पर वह विरोध करने लगा। हल्ला होने के बाद ग्रामीणों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया जिससे सरकारी काम में बाधा पहुंचा।

chat bot
आपका साथी