न्याय दिलाने में कानूनी स्वयंसेवक मददगार : जस्टिस पटेल

धनबाद : विधिक सेवा प्राधिकार की प्रदेश स्तर की कार्यशाला में झालसा के चेयरमैन सह झारखंड हा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 10:13 PM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 10:13 PM (IST)
न्याय दिलाने में कानूनी स्वयंसेवक मददगार : जस्टिस पटेल
न्याय दिलाने में कानूनी स्वयंसेवक मददगार : जस्टिस पटेल

धनबाद : विधिक सेवा प्राधिकार की प्रदेश स्तर की कार्यशाला में झालसा के चेयरमैन सह झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश डी एन पटेल ने कहा कि पहली बार नए कोर्ट भवन के निरीक्षण के लिए धनबाद आए थे। धनबाद में मुकदमों के निष्पादन की गति तेज है। दिए गए टास्क से ज्यादा मुकदमों का निष्पादन हुआ है। झारखंड में पांच साल पुराने 37,500 केस का निष्पादन किया गया है। अप्रैल तक चेक बाउंस के 8500 मामलों का निष्पादन हुआ है। उन्होंने कहा कि कोर्ट हर जगह नहीं पहुंच सकता। कानूनी स्वयंसेवक लोगों को न्याय दिलाने में मददगार हैं। डी एन पटेल ने कहा कि चाईबासा जिला पूरे देश में अपराध पीड़ित को मुआवजा दिलाने में सबसे आगे रहा है। झारखंड में 1290 कानूनी स्वयंसेवक काम कर रहे : जस्टिस मिश्रा

झारखंड हाईकोर्ट एच सी मिश्रा ने कहा कि न्याय दिलाने को झालसा प्रतिबद्ध है। प्रदेश में 1290 कानूनी स्वयंसेवक काम कर रहे हैं। कानूनी स्वयंसेवक न्याय दिलाने का मुख्य कार्य बल है। मुआवजा केवल पीड़ित को सात्वना देता है। अपराधी को जब तक सजा ना मिले तब तक पीड़ित को न्याय नहीं मिलता। उन्होंने बताया कि झारखंड में हिंसा पीड़ित लोगों के लिए मिलने वाली सारी राशि का उपयोग हो रहा है। 2016 में 39.10 लाख और वर्ष 17 में 7.18 करोड़ का वितरण किया गया। 2018 में पीड़ितों के मुआवजा के लिए 7.63 करोड़ का प्रावधान किया गया है। 3.90 करोड़ रुपए मुआवजा के नाते दिए जा चुके हैं। 4.26 करोड़ राशि का वितरण किया जाएगा। इस पर न्यायाधीश कुरियन ने 31 दिसंबर तक मुआवजा की शेष राशि के वितरण का निर्देश दिया। हेलिकाप्टर से आए उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश उच्चतम न्यायालय और झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश सुबह 10 बजे बरबड्डा हवाई पंट्टी पर हेलिकाप्टर से उतरे। वहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। फिर कुरियन जोसेफ सिंफर स्टेडियम आए तो जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओ पी पाडे ने बुके देकर स्वागत किया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश रिजवान अहमद ने बुके देकर झारखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अनिरुद्ध बोस का अभिनंदन किया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे ने जस्टिस डी एन पटेल को बुके दिया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुरेंद्र शर्मा ने बुके देकर जस्टिस मिश्रा का स्वागत किया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पाडे ने बुके देकर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार चौधरी का आदर किया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सैयद सलीम फातमी ने उपायुक्त को बुके दिया। कुटुंब न्यायालय के न्यायाधीश रंजना अस्थाना ने कुरियन जोसेफ की पत्नी रुबी कुरियन का स्वागत किया। डी एन पटेल की पत्नी गीरावेन डी पटेल का न्यायाधीश संजीता श्रीवास्तव का अभिनंदन किया। सिंफर के निदेशक प्रदीप कुमार सिंह ने सभी अतिथियों को पुस्तकें दी। कार्यशाला का उदघाटन समारोह शुरू होने के पहले राष्ट्र गान हुआ। धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार चौधरी ने स्वागत भाषण शुरू करने के पहले सारे लोगों का जोहार कह कर स्वागत किया। मंच का संचालन अवर न्यायाधीश राजश्री अपर्णा कुजूर ने किया। उपायुक्त ए दोड्डे ने धन्यवाद ज्ञापन किया। समारोह का समापन होने के बाद कुरियन जोसेफ ने बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राधेश्याम गोस्वामी से वार्ता की। यह शामिल हुए : झारखंड उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल अंबुज नाथ, झालसा के सदस्य सचिव अरूण कुमार राय, जिला एवं सत्र न्यायाधीश रवि रंजन, पीयूष कुमार, राज कमल, संजय कुमार, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राजीव रंजन, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अजय कुमार सिंह, अवर न्यायाधीश सह डालसा सचिव अविनाश कुमार दुबे, मनोज त्रिपाठी, अखिलेश तिवारी, रजिस्ट्रार शशि भूषण शर्मा, रेलवे मजिस्ट्रेट अर्जुन साव, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी वीणा कुमारी, एस बी उपाध्याय, तबिंदा खान, एम गुईन , एस बेदिया, एसएसपी मनोज रतन चोथे, सिटी एसपी पीयूष पाडे, ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर, सिंफर निदेशक प्रदीप कुमार सिंह, रिटेनर अधिवक्ता अजय कुमार भट्ट, सुबोध कुमार, मिथलेश मिश्रा, सुमन चटर्जी आदि।

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