इंद्रजीत की पत्नी को सफाई देने पहुंचे कुलपति, हुई फजीहत

जागरण संवाददाता धनबाद बीबीएमकेयू के नए भवन का गुरुवार को आनलाइन उद्घाटन किया गया। इस समारोह में लगाए गए शिलापट्ट में स्थानीय विधायक इंद्रजीत महतो का नाम अंकित नहीं किया गया। इस पर सिदरी के भाजपा नेताओं व विधायक समर्थकों ने शनिवार को जमकर बवाल काटा। पूरे सिदरी विधानसभा क्षेत्र में कुलपति का पुतला फूंका गया व नारेबाजी की गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 06:05 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 06:05 AM (IST)
इंद्रजीत की पत्नी को सफाई देने पहुंचे कुलपति, हुई फजीहत
इंद्रजीत की पत्नी को सफाई देने पहुंचे कुलपति, हुई फजीहत

जागरण संवाददाता, धनबाद : बीबीएमकेयू के नए भवन का गुरुवार को आनलाइन उद्घाटन किया गया। इस समारोह में लगाए गए शिलापट्ट में स्थानीय विधायक इंद्रजीत महतो का नाम अंकित नहीं किया गया। इस पर सिदरी के भाजपा नेताओं व विधायक समर्थकों ने शनिवार को जमकर बवाल काटा। पूरे सिदरी विधानसभा क्षेत्र में कुलपति का पुतला फूंका गया व नारेबाजी की गई। गलती का अहसास होने पर कुलपति अंजनी कुमार श्रीवास्तव विधायक की पत्नी तारा देवी माफी मांगने पहुंचे जहां कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की व उनका विरोध किया। कुलपति अंजनी कुमार श्रीवास्तव गुरुवार शाम पांच बजे के लगभग विधायक इंद्रजीत महतो के बलियापुर स्थित पर्जन्य बीएड कालेज पहुंचे। उस वक्त विधायक की पत्नी तारा देवी सचिव के कक्ष में थीं। उन्होंने कुलपति को प्राचार्य के कक्ष में बैठने को कहा। आधे घंटे बाद उन्हें कालेज के प्रांगण में बुलाया गया। एक तरफ तारा देवी थीं तो दूसरी ओर कुलपति व परीक्षा नियंत्रक को बैठाया गया। चारों तरफ कार्यकर्ता बैठे थे। यहां कुलपति ने अपनी सफाई पेश की। इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा के ग्रामीण जिला अध्यक्ष ने कुलपति से पांच सवाल पूछे। उनका कहना था कि विधायक को सूचना क्यों नहीं दी गई, शिलापट्ट पर विधायक इंद्रजीत महतो का नाम क्यों नहीं अंकित किया गया, अधूरे निर्माण कार्य को पूरा किए बगैर उद्घाटन क्यों, बीमार विधायक को इस तरह की खबर हानि पहुंचा सकती है, इस कृत्य को जनप्रतिनिधि के विशेषाधिकार का हनन क्यों नहीं माना जाए। जिसपर कुलपति ने कहा कि ईमेल के जरिए सभी को सूचना दी गई। इसमें इंद्रजीत महतो समेत सभी विधायक शामिल हैं। इंद्रजीत महतो को अपना अभिन्न मित्र बताते हुए वीसी ने कहा कि उन्हें जानकारी ही नहीं थी कि यह सिदरी विधानसभा क्षेत्र में आता है। इसके लिए वे क्षमाप्रार्थी हैं। इसे विशेषाधिकार का हनन न माना जाए। वीसी ने विधायक की पत्‍‌नी तारा देवी से अकेले में बातचीत करने की पेशकश की, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया। कार्यकर्ताओं ने एक स्वर से शिलापट्ट में नाम जुड़वाने की बात कही। जिसपर कुलपति ने कहा कि चूंकि उद्घाटन राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने किया है लिहाजा अब संशोधन संभव नहीं। कोई और रास्ता निकालें। इस पर तारा देवी ने इस मामले को लेकर राज्यपाल से मिलने की बात कही। इसके बाद कुलपति वहां से रवाना हो गए। मौके पर भाजपा नेता मुकेश पांडे, संजीव चौधरी, अरविद सिंह, मिथिलेश राम, श्याम मोहन सिंह, मोहित मिश्रा सहित कार्यकर्ता मौजूद थे।

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