Vat Savitri Puja 2021: वट वृक्ष की परिक्रमा कर मांगी अखंड सुहाग की दुआ; आमावस्या पर भवतारिणी मां काली का सजा दरबार
आज का दिन कई मायनों में खास हो गया है। एक तो आज से अनलॉक की ओर कदम बढ़ गए हैं। दोपहर दो बजे के बाद का सन्नाटा खत्म होने के साथ ही कपड़े ज्वेलरी और जूते की दुकानें खुल गई हैं। आज का दिन पर्व-त्योहारों का भी है।
धनबाद, जेएनएन: आज का दिन कई मायनों में खास हो गया है। एक तो आज से अनलॉक की ओर कदम बढ़ गए हैं। दोपहर दो बजे के बाद का सन्नाटा खत्म होने के साथ ही कपड़े, ज्वेलरी और जूते की दुकानें खुल गई हैं। दूसरा यह कि आज का दिन पर्व-त्योहारों का भी है।
सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष की विधि-विधान से पूजा-पाठ कर उसकी परिक्रमा कर रही है। घर-परिवार और सुहाग की दीर्घायु की कामना कर रही हैं। सुबह से ही वट वृक्षों के पास मेले जैसा नजारा है।
कुछ महिलाओं ने कोरोना काल में भीड़ में शामिल न होने का भी निश्चय किया है। ऐसे महिलाओं ने मिट्टी के गमलों में वट का पौधा खरीद कर घर पर ही पूजा-पाठ किया। घर की छत पर ही पूजा करने का निर्णय लिया।
उन्होंने दूसरों को भी शारीरिक दूरी का पालन करने और भीड़ न लगाने की सलाह दी।
कुछ लोगों ने अपने फ्लैट में ही बरगद के पौधे के साथ अपने पति की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की। कोरोना महामारी में भी इनका जोश कम नहीं हुआ। जहां जगह मिली वहीं पति के प्रति अपने प्रेम व आस्था का परिचय दिया। और सदा सुहागन रहने की भगवान से आशीर्वाद लिया।
दूसरी ओर, आज फलहारिणी आमावस्या भी है। इसे लेकर भी मंदिरों में चहल-पहल है। मनईटांड़ के पथराकुल्ही भवतारिणी मंदिर में फलहारिणी आमावस्या पर विशेष पूजन समारोह का आयोजन किया गया है। मां काली का दरबार सज गया है।
आयोजक बादल सरकार ने बताया कि पिछले साल स्थापित प्रतिमा का नौ जून को ही विसर्जन कर दिया गया। आज नवप्रतिमा स्थापित की गई है। कालीबाबा के पुत्र तरूण गोस्वामी औ र पंडित धनंजय की देखरेख में पूजा-पाठ का आयोजन हुआ है।
आज शनि जयंती भी है। शहर के कोयला नगर, बरमसिया, वाच एंड वार्ड कॉलोनी, पुराना बाजार डीएवी स्कूल समेत अन्य जगहों के शनि मंदिरों में पूजा-पाठ का अयोजन होगा। श्रद्धालु शनि देव मंदिरों में दीया जलाएंगे। भोग लगाकर काला वस्त्र भी दान करेंगे।