झरिया कोयलांचल में कोरोना जांच व वैक्सीनेशन की गति धीमी; हर दिन मौत के शिकार हो रहे लोग Dhanbad News
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की दूसरी लहर लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। हर दिन इलाज के अभाव में कई लोग दम तोड़ रहे हैं। बावजूद इसके झरिया कोयलांचल और इसके आसपास क्षेत्र के लोग जागरुक नहीं हो रहे हैं।
गोविंद नाथ शर्मा, झरिया : वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की दूसरी लहर लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। हर दिन इलाज के अभाव में कई लोग दम तोड़ रहे हैं। बावजूद इसके झरिया कोयलांचल और इसके आसपास क्षेत्र के लोग जागरुक नहीं हो रहे हैं। अभी भी एक चौथाई लोग ही कोरोना जांच और वैक्सीनेशन कराएं हैं। अधिकांश लोग कोरोना के लक्षण होने पर भी डॉक्टर की सलाह पर दवा खाकर घर पर ही रह रहे हैं। तबीयत अधिक बिगड़ने के बाद परिवार के लोग उन्हें धनबाद अस्पताल ले जाते हैं। लेकिन इनमें अधिकांश लोग दम तोड़ दे रहे हैं। मृतक के कई परिवार भी बीमार होकर इसी तरह अपना इलाज कर रहे हैं। कोविड-19 की जांच नहीं कराना, वैक्सीनेशन नहीं लेना लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। झरिया
कोयलांचल और इसके आसपास क्षेत्रों में घर में रहकर इलाज करानेवाले दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं एक सौ से अधिक लोग कोरोना का लक्षण होने के बाद अभी भी अपने-अपने घरों में ही किसी तरह इलाज करा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण धनबाद के बड़े सरकारी व निजी अस्पतालों में बेड का खाली नहीं होना है।
सरकारी व्यवस्था ठीक नहीं, हजारों लोग कोरोना जांच व वैक्सीनेशन से हैं वंचित :
झरिया कोयलांचल में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था भी ठीक नहीं है। पांच लाख से अधिक की आबादी वाले क्षेत्र में लगभग 10 सेंटरों में ही कोविड-19 की जांच व वैक्सीनेशन का काम किया जा रहा है। अब तक मात्र 50 हजार लोग ही कोरोना की जांच व
वैक्सीनेशन कराए हैं। कोयलांचल की एक बड़ी आबादी अभी भी कोरोना जांच व वैक्सीनेशन से वंचित हैं। स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था और कर्मियों की कमी के कारण कोरोना की रोकथाम, जांच व वैक्सीनेशन में बाधा आ रही है। इसे दूर करना बहुत जरूरी है।
आम लोगों को खतरनाक कोरोना के प्रति करना होगा जागरूक :
वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर दिन-प्रतिदिन खतरनाक होती जा रही है। मई माह में इसके और खतरनाक होने की संभावना विशेषज्ञों ने व्यक्त की है। ऐसे लोगों की कोरोना जांच और वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करना बहुत जरूरी है। मई माह में कोरोना के और बढ़ने की संभावना को लेकर सरकार व जिला प्रशासन को इसके लिए और गंभीर होना होगा। तभी कोयलांचल में जानलेवा कोरोना को रोकने में कामयाबी मिलेगी।