सतीश सिंह हत्याकांड के शूटर बोले-पुलिस ने जबरन कराया साइन
धनबाद पुलिस ने हमारे साथ मारपीट की और जबरन हमसे कई सारे कागजातों पर दस्तखत करा लिए।
धनबाद : पुलिस ने हमारे साथ मारपीट की और जबरन हमसे कई सारे कागजातों पर दस्तखत करा लिए। जिसका इस्तेमाल पुलिस हमारे विरुद्ध कर सकती है। हमने पुलिस को कोई बयान नहीं दिया है। यह बातें धनबाद जेल में बंद सतीश हत्याकांड के आरोपित बाबू राजा चंद्र प्रकाश एवं उत्तम महतो ने धनबाद के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत को दिए बंदी आवेदन पत्र में कही है। इन दोनों ने ही अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि इस हत्याकांड को विकास सिंह और सतीश गुप्ता उर्फ सतीश साव उर्फ गांधी उर्फ समीर ने मिलकर अंजाम दिया है। पुलिस ने दावा किया था कि हत्या की सुपारी पांच लाख रुपए में दी गई थी। ये दोनों इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड और मुख्य साजिशकर्ता हैं। वहीं इस कांड में बाबू राजा चंद्र प्रकाश ने सतीश पर गोली चलाई थी जिससे उनकी मौत हुई। दोनों 21 सितंबर से जेल में बंद है। इन दोनों को पुलिस ने बलियापुर से गिरफ्तार किया था। 19 अगस्त को हुई थी सतीश की हत्या
19 अगस्त 2020 को भाजपा नेता सतीश सिंह को बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के विकास नगर के पास दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस अबतक इस कांड से जुड़े पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने दावा किया है कि घटना के दिन बाबू राजा जिस बाइक पर बैठा था, उसे उत्तम चला रहा था। बाबू ने ही सतीश को गोली मारी थी। आउटसोर्सिग विवाद में हुई थी हत्या
भाजपा नेता सतीश सिंह और सतीश साव में केंदुआडीह आउटसोर्सिग को लेकर विवाद चल रहा था। यहां मैनेज करने का काम भाजपा नेता कर रहे थे। साव चाहता था कि वह इस काम को करे। अगर उसे यह काम नहीं मिलता है तो भाजपा नेता उसे दो लाख रुपये हर महीने दे। ऐसा नहीं करने पर उसने हत्या की योजना बनाई और घटना को अंजाम दिया।