Varanasi Shine City scam में यूपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, एडिशनल डायरेक्टर की पत्नी मीरा धनबाद से गिरफ्तार
Varanasi Shine City scam शाइन सिटी कंपनी पर यूपी एटीएस की कार्रवाई जारी है। क्राइम ब्रांच की टीम ने फर्जीवाड़े में फरार चल रही कंपनी के एडिशनल डायरेक्टर अमिताभ श्रीवास्तव की पत्नी मीरा श्रीवास्तव को धनबाद से गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। वाराणसी के करोड़ों रुपये के साइन सिटी घोटाले में यूपी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। शाइन सिटी के डाइरेक्टर अभिताभ श्रीवास्तव की पत्नी को मीरा श्रीवास्तव को धनबाद से गिरफ्तार किया है। मीरा लंबे समय से फरार थी। वह धनबाद के पालिटेक्निक के पास एक घर में छिप कर रह रही थी। यूपी की वाराणसी पुलिस की एसआइटी ने धनबाद पुलिस केओ सहयोग से मंगलवार को गिरफ्तार किया। मीरा के पति पहले से ही गिरफ्तार होकर जेल में हैं।
सस्ते प्लाट और घर का सपना दिखार ठगी
सस्ते प्लॉट और मकान का सपना दिखाकर पूरे देश के लोगों से 7000 करोड रुपए की ठगी करने वाले साइन सिटी के अध्यक्ष अमिताभ श्रीवास्तव की पत्नी मीरा श्रीवास्तव को बनारस एसटीएफ ने मंगलवार को धनबाद थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर गली नंबर 7 के पैराडाइज अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया है। मीरा श्रीवास्तव को बनारस एसटीएफ की टीम मीरा श्रीवास्तव को काफी दिनों से ढूंढ रही थी। इस मामले में लगभग आधा दर्जन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। मीरा श्रीवास्तव का पति अमिताभ श्रीवास्तव पहले ही गिरफ्तार हो चुका है।
क्या है मामला
बनारस व लखनऊ में साइन सिटी नामक कॉलोनी बनाई जा रही थी। इसमें सभी ग्राहकों को काफी सस्ते दाम पर प्लॉट वह फ्लैट बनाने देने की बात थी। कॉलोनी में लगभग 3000 लोगों को बसाने की तैयारी थी। इसमें साइन सिटी के अमिताभ चौधरी, कंपनी के प्रमुख राशिद नसीम, सबा फातिमा,शगुफ्ता राशिद,मोहम्मद अकरम, मीरा श्रीवास्तव,अनूप सिंह आरोपी थे।
कैसे हुई गिरफ्तारी
बनारस एसटीएफ ने इस मामले में राशिद नसीम को छोड़कर बाकी सभी लोगों की गिरफ्तारी कर ली है। मीरा श्रीवास्तव धनबाद में आकर अपने एक रिश्तेदार के घर में छिपी थी। बनारस एसटीएफ इसकी तलाश काफी दिनों से कर रही थी। मीरा श्रीवास्तव ने 2 दिन पूर्व अपना मोबाइल ऑन किया था। बनारस से धनबाद पहुंच उसकी गिरफ्तारी कर ली।
दुबई में छिपा है राशिद नसीम
इस कांड का मुख्य आरोपी राशिद मशीन दुबई में छिपा है। की पत्नी शगुफ्ता राशिद की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है। इस ठगी के कांड में सभी को जोड़ने वाला राशिद नसीम ही था।