बासुदेवपुर कोल डंप में असंगठित मजदूर व जमसं समर्थक आमने-सामने
संवाद सहयोगी लोयाबाद बासुदेवपुर कोल डंप बुधवार को रणक्षेत्र में तब्दील होने से बच गया। श्रीब
संवाद सहयोगी, लोयाबाद : बासुदेवपुर कोल डंप बुधवार को रणक्षेत्र में तब्दील होने से बच गया। श्रीबाला जी कोल कंपनी की हाइवा में कोयला लोड करने के सवाल पर जमसं (कुंती गुट) के समर्थक और असंगठित मजदूर आमने-सामने हो गए। जमसं समर्थक हाइवा लोड करने का विरोध कर रहे थे, वहीं मजदूर हाइवा लोड कराने के पक्ष में थे। स्थिति तनावपूर्ण बन गई। लोयाबाद, जोगता, पुटकी व केंदुआडीह थाने के पुलिस अधिकारियों व बल जवानों ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराने का प्रयास किया। मजदूर विरोध करते हुए डंप में तथा जमसं समर्थक डंप के बगल के मैदान में धरना पर बैठ गए।
केंदुआडीह इंस्पेक्टर और बीडीओ के द्वारा शाम को थाने में पुन: वार्ता करा कर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिए जाने के बाद लोग शांत हुए। रोजगार की मांग को लेकर गुरुवार से ही जमसं समर्थक कोयले की ट्रांसपोर्टिंग ठप किए हुए है। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस मौके पर कैंप किए हुए है। दोपहर करीब डेढ़ बजे कोयले का लोड लेने के लिए तीन हाइवा डंप पहुंचा था। हाइवा के आते ही जमसं समर्थकों ने कोयले की लोडिग बंद करा दी।
असंगठित मजदूर संघ के एक गुट के करीब तीन-चार सौ मजदूर मौके पर पहुंचे और हाइवा को लोड कराने पर अड़ गए। असंगठित मजदूरों का कहना था उसका रोजी-रोटी से जुड़ा हुआ मामला है। करीब पंद्रह सालों के बाद काम आया है। सिंह मेंशन उनलोगों के हक को मारने की साजिश रच रही है।