कोयला मजदूरों के बोनस को लेकर यूनियनों ने शुरू किया मंथन

जागरण संवाददाता धनबाद कोल इंडिया व सिग्रेनीज कोल कंपनी में कार्यरत करीब 2.80 लाख कोयला मजदूरों में बोनस को लेकर आस बढ़ने लगी है। टाटा कंपनी ने सबसे पहले बोनस की घोषणा कर भुगतान करना शुरू कर दिया है। गत वर्ष कोयला कामगार को 68500 रुपये बोनस मिला था। इस बार अधिक से अधिक बोनस दिलाया जाए इसको लेकर एटक एचएमएस बीएमएस व सीटू के प्रतिनिधियों की बैठक जल्द होने वाली है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Aug 2021 06:10 AM (IST) Updated:Sat, 28 Aug 2021 06:10 AM (IST)
कोयला मजदूरों के बोनस को लेकर यूनियनों ने शुरू किया मंथन
कोयला मजदूरों के बोनस को लेकर यूनियनों ने शुरू किया मंथन

जागरण संवाददाता, धनबाद :

कोल इंडिया व सिग्रेनीज कोल कंपनी में कार्यरत करीब 2.80 लाख कोयला मजदूरों में बोनस को लेकर आस बढ़ने लगी है। टाटा कंपनी ने सबसे पहले बोनस की घोषणा कर भुगतान करना शुरू कर दिया है। गत वर्ष कोयला कामगार को 68500 रुपये बोनस मिला था। इस बार अधिक से अधिक बोनस दिलाया जाए, इसको लेकर एटक, एचएमएस, बीएमएस व सीटू के प्रतिनिधियों की बैठक जल्द होने वाली है। वैसे आपस में बोनस को लेकर सभी यूनियन के जानकार लोग जोड़-घटाव करने में जुट गए है। 2020-21 में कोल इंडिया को 18,009.24 करोड़ का मुनाफा हुआ है, जो 2019-20 से अधिक है। कोल इंडिया डीपी विनय रंजन ने कहा कि बोनस को लेकर समय रहते स्टैंडर्डाइजेशन कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी। वैसे कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों के साथ सितंबर के पहले सप्ताह में होने वाली सीएमडी मीट में भी इस पर गहनता से विचार होगा। कोल इंडिया ने गत वर्ष बोनस के मद में करीब 1730 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। वर्ष 2020 में 6.5 फीसदी अधिक बोनस मिला था। माना जा रहा है कि इस साल बोनस 75 हजार के भीतर ही रहेगा। वैसे यूनियन की मांग एक लाख से अधिक करने की है। प्रबंधन भी कोविड-19 की वजह से बहुत ज्यादा बढ़ोतरी की गुंजाइश करने का इरादा नहीं रख रही है। एक जुलाई 2021 तक श्रमशक्ति की संख्या

ईसीएल - 52240

बीसीसीएल - 38615

सीसीएल - 34378

डब्ल्यूसीएल - 35351

एसईसीएल - 43864

एमसीएल - 20144

एनसीएल - 12469

एनईसी - 884

सीएमपीडीआई - 2224

डीसीसी - 194

सीआईएल एचक्यू - 336

कुल - 240699

सिगरेनी 44000 एक नजर दस साल में बोनस भुगतान पर 2010 - 17000

2011 - 21000

2012 - 26000

2013 - 31500

2014 - 40000

2015 - 48500

2016 - 54000

2017 - 57000

2018 - 60500

2019 - 64700

2020 -68500 कोल इंडिया का मुनाफा का ग्राफ

2010-11 10867.35

2011-12 14788.20

2012-13 17356.35

2013-14 15111.67

2014-15 13726.70

2015-16 14267.93

2016-17 9281.54

2017-18 7038

2018-19 17463.01

2019-20 16700

2020-21 18009.24

राशि करोड़ रुपये में वर्जन :-

सभी यूनियनों के साथ मिलकर बोनस को लेकर रणनीति तय की जाएगी। कोयला मजदूरों को अधिक से अधिक बोनस मिले, इसको लेकर प्रबंधन पर संयुक्त रूप से दबाव मनाया जाएगा। जल्द ही एक बैठक होगी, जिसमें हर मुद्दों पर रणनीति तय होगी।

रमेंद्र कुमार, अध्यक्ष व जेबीसीसीआइ सदस्य, एटक

chat bot
आपका साथी