कोयला मजदूरों के बोनस को लेकर यूनियनों ने शुरू किया मंथन
जागरण संवाददाता धनबाद कोल इंडिया व सिग्रेनीज कोल कंपनी में कार्यरत करीब 2.80 लाख कोयला मजदूरों में बोनस को लेकर आस बढ़ने लगी है। टाटा कंपनी ने सबसे पहले बोनस की घोषणा कर भुगतान करना शुरू कर दिया है। गत वर्ष कोयला कामगार को 68500 रुपये बोनस मिला था। इस बार अधिक से अधिक बोनस दिलाया जाए इसको लेकर एटक एचएमएस बीएमएस व सीटू के प्रतिनिधियों की बैठक जल्द होने वाली है।
जागरण संवाददाता, धनबाद :
कोल इंडिया व सिग्रेनीज कोल कंपनी में कार्यरत करीब 2.80 लाख कोयला मजदूरों में बोनस को लेकर आस बढ़ने लगी है। टाटा कंपनी ने सबसे पहले बोनस की घोषणा कर भुगतान करना शुरू कर दिया है। गत वर्ष कोयला कामगार को 68500 रुपये बोनस मिला था। इस बार अधिक से अधिक बोनस दिलाया जाए, इसको लेकर एटक, एचएमएस, बीएमएस व सीटू के प्रतिनिधियों की बैठक जल्द होने वाली है। वैसे आपस में बोनस को लेकर सभी यूनियन के जानकार लोग जोड़-घटाव करने में जुट गए है। 2020-21 में कोल इंडिया को 18,009.24 करोड़ का मुनाफा हुआ है, जो 2019-20 से अधिक है। कोल इंडिया डीपी विनय रंजन ने कहा कि बोनस को लेकर समय रहते स्टैंडर्डाइजेशन कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी। वैसे कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों के साथ सितंबर के पहले सप्ताह में होने वाली सीएमडी मीट में भी इस पर गहनता से विचार होगा। कोल इंडिया ने गत वर्ष बोनस के मद में करीब 1730 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। वर्ष 2020 में 6.5 फीसदी अधिक बोनस मिला था। माना जा रहा है कि इस साल बोनस 75 हजार के भीतर ही रहेगा। वैसे यूनियन की मांग एक लाख से अधिक करने की है। प्रबंधन भी कोविड-19 की वजह से बहुत ज्यादा बढ़ोतरी की गुंजाइश करने का इरादा नहीं रख रही है। एक जुलाई 2021 तक श्रमशक्ति की संख्या
ईसीएल - 52240
बीसीसीएल - 38615
सीसीएल - 34378
डब्ल्यूसीएल - 35351
एसईसीएल - 43864
एमसीएल - 20144
एनसीएल - 12469
एनईसी - 884
सीएमपीडीआई - 2224
डीसीसी - 194
सीआईएल एचक्यू - 336
कुल - 240699
सिगरेनी 44000 एक नजर दस साल में बोनस भुगतान पर 2010 - 17000
2011 - 21000
2012 - 26000
2013 - 31500
2014 - 40000
2015 - 48500
2016 - 54000
2017 - 57000
2018 - 60500
2019 - 64700
2020 -68500 कोल इंडिया का मुनाफा का ग्राफ
2010-11 10867.35
2011-12 14788.20
2012-13 17356.35
2013-14 15111.67
2014-15 13726.70
2015-16 14267.93
2016-17 9281.54
2017-18 7038
2018-19 17463.01
2019-20 16700
2020-21 18009.24
राशि करोड़ रुपये में वर्जन :-
सभी यूनियनों के साथ मिलकर बोनस को लेकर रणनीति तय की जाएगी। कोयला मजदूरों को अधिक से अधिक बोनस मिले, इसको लेकर प्रबंधन पर संयुक्त रूप से दबाव मनाया जाएगा। जल्द ही एक बैठक होगी, जिसमें हर मुद्दों पर रणनीति तय होगी।
रमेंद्र कुमार, अध्यक्ष व जेबीसीसीआइ सदस्य, एटक