बीसीसीएल के दो हजार श्रमिक बनेंगे सिक्यूरिटी गार्ड

बीसीसीएल में भूमिगत खदान बंद होने से सरप्लस श्रमिकों की संख्या बढ़ गई है। इन श्रमिकों को खुली खदानों में समायोजित करने के लिए अब तक कैडर स्कीम भी तैयार नहीं की गई है जिससे सरप्लस श्रमिकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रबंधन अब इस श्रमिकों को दूसरी जगहों पर समायोजित करने में जुट गई है। इनमें से दो हजार श्रमिकों को सिक्यूरिटी गार्ड बनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 06:25 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 06:25 AM (IST)
बीसीसीएल के दो हजार श्रमिक बनेंगे सिक्यूरिटी गार्ड
बीसीसीएल के दो हजार श्रमिक बनेंगे सिक्यूरिटी गार्ड

आशीष अंबष्ठ, धनबाद

बीसीसीएल में भूमिगत खदान बंद होने से सरप्लस श्रमिकों की संख्या बढ़ गई है। इन श्रमिकों को खुली खदानों में समायोजित करने के लिए अब तक कैडर स्कीम भी तैयार नहीं की गई है, जिससे सरप्लस श्रमिकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रबंधन अब इस श्रमिकों को दूसरी जगहों पर समायोजित करने में जुट गई है। इनमें से दो हजार श्रमिकों को सिक्यूरिटी गार्ड बनाया जाएगा। इसके अलावा गेनफूल यूटिलाइजेशन के तहत श्रमिकों को प्रशिक्षण देकर काम लेने की तैयारी की जा रही है। महिला कामगारों को इसमें पहली प्राथमिकता में रखा गया है। बुधवार को बीसीसीएल बोर्ड आफ डायरेक्टर की बैठक में बीसीसीएल में 10,620 श्रमिक सरप्लस आने की बात सामने आई थी। वहीं इस वर्ष करीब 2400 श्रमिक सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

अगले माह से अन्य कंपनी में जाने का आफर

बीसीसीएल प्रबंधन पारा मेडिकल स्टाफ को छोड़ कर अन्य किसी भी पद पर कार्यरत श्रमिक को अन्य कोयला कंपनी में तबादला लेने का सीधा आफर देगी। कार्मिक विभाग को इस संबंध में निदेशक मंडल से दिशा- निर्देश भी जारी कर दिया गया है। वीआरएस स्कीम को मंत्रालय से नहीं मिली मंजूरी

बीसीसीएल डीपी पीवीआर राव ने बताया कि कोयला श्रमिकों के वीआरएस स्कीम को लेकर मामल कोयला मंत्रालय के पास अटका हुआ है। वहां से जबतक दिशा-निर्देश नहीं मिल जाता, इस स्कीम का लाभ नहीं दिया जा सकता। कोट ::

बीसीसीएल में सरप्लस श्रमिकों को गेनफूल यूटिलाइजेशन के साथ-साथ सिक्यूरिटी गार्ड बनने का मौका दिया जाएगा। सिक्यूरिटी गार्ड के काफी पद खाली है। वहीं जो श्रमिक अन्य कंपनी तबादला लेना चाहते है उन्हें कंपनी आफर देगी।

-- पीवीआर राव, डीपी बीसीसीएल भूमिगत खदान बंद हो रही है। खुली खदानों को लेकर कैडर स्कीम नहीं है। नई सिरे से कैडर स्कीम बनना चाहिए। श्रमिकों को उसके अनुसार पद नहीं दिया जा रहा। जेबीसीसीआइ में इस मामलों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।

-- सुरेंद्र पांडेय, जेबीसीसीआइ सदस्य बीएमएस

किस एरिया में कितना मैनपावर

एरिया कार्यरत श्रमिक कितने चाहिए सरप्लस व कमी बरोरा 2049 2141 -92(कमी) ब्लॉक टू 1742 1865 -123 (कमी) गोविदपुर 3388 2644 744 कतरास 4252 3107 1145 सिजुआ 2946 2405 541 कुसुंडा 3301 1941 1360 पुटकी 3445 1848 1597 बस्ताकोला 4252 2325 1927 लोदना 3667 2306 1361

ईजे 2251 1078 1173 चांच विक्टोरिया 2465 1670 795 डब्ल्यूजे 1626 1648 -22 (कमी) वाशरी डिवीजन 1936 1646 290 कोयला भवन 2348 2514 - 76(कमी) कुल 39758 29138 10620 श्रम शक्ति सरप्लस सभी आंकड़े एक जनवरी 2021 तक के

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