स्नान के दाैरान बराकर नदी में डूबे मामा-भांजा, 24 घंटे बाद भी शव की तलाश Dhanbad News

राजू नदी में स्नान करने उतरा और जैसे ही पानी में थोड़ी दूर गया कि तेज बहाव में बहने लगा। उसे बचाने के लिए मामा नदी के इस छोर से उस छोर पर पहुंचे लेकिन वह भी डूबने लगे।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 12 Nov 2019 02:00 PM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 07:00 AM (IST)
स्नान के दाैरान बराकर नदी में डूबे मामा-भांजा, 24 घंटे बाद भी शव की तलाश Dhanbad News
स्नान के दाैरान बराकर नदी में डूबे मामा-भांजा, 24 घंटे बाद भी शव की तलाश Dhanbad News

जेएनएन, धनबाद। चिरकुंडा थाना क्षेत्र में रेलवे पुल के नीचे बराकर नदी में कार्तिक पूॢणमा के अवसर पर स्नान करने पहुंचे धनबाद के बरमसिया और प्रोफेसर कॉलोनी (चीरागोड़ा) निवासी मामा-भांजा डूब गए। मामा राजू कुमार दास (34) और उनके 12 वर्षीय भांजे राजू को स्थानीय लोगों ने नदी में उतरकर काफी खोजने का प्रयास किया, लेकिन उनका पता नहीं चला। राजू केंद्रीय विद्यालय, धनबाद में कक्षा पांच का छात्र है।

बाद में चिरकुंडा व कुल्टी पुलिस ने गोताखोरों को बुलाया। करीब छह घंटे बाद 7 बटालियन गोताखोर एवं सिविल डिफेंस आसनसोल की टीम पहुंची और खोजबीन की लेकिन सफलता नहीं मिली।

डूबने वाले बच्चे राजू के भाई सूरज ने बताया कि ट्रेन से मंगलवार को दिन में करीब 11 बजे परिवार के लोग बराकर नदी में स्नान करने पहुंचे थे। राजू नदी में स्नान करने उतरा और जैसे ही पानी में थोड़ी दूर गया कि तेज बहाव में बहने लगा। उसे बचाने के लिए मामा नदी के इस छोर से उस छोर पर पहुंचे लेकिन वह भी डूबने लगे। रेलवे पुल के पिलर के नीचे पत्थर पर खड़े एक व्यक्ति ने कपड़ा फेंक उन्हें पकडऩे को कहा लेकिन वह कपड़ा नहीं पकड़ सके।

दो लोगों के डूबने की सूचना मिलते ही चिरकुंडा पुलिस के साथ भारी संख्या में लोग वहां पहुंच गए और उन्हें खोजने का प्रयास किया लेकिन उनका पता नहीं चला। उसके बाद चिरकुंडा व कुल्टी पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्र के गोताखोरों को सूचना दी। मैथन डैम के भी गोताखोर पहुंचे लेकिन संसाधन की कमी के कारण लौट गए।  12 वर्षीय राजू धनसार थाना क्षेत्र के बरमसिया महावीर नगर का निवासी है। वह केंद्रीय विद्यालय, धनबाद में कक्षा पांच का छात्र है। वहीं उसके मामा प्रोफेसर कॉलोनी, गली नंबर तीन के रहनेवाले हैं। बताते हैं कि उन्हें बराकर नदी में मैथन हाइडल द्वारा पानी छोडऩे की जानकारी नहीं थी। वहां किसी प्रकार का सुरक्षा घेरा भी नहीं था। अब बुधवार को उनकी तलाश की जाएगी।

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