जसीडीह में वज्रपात से दाै की माैत, पूर्व मंत्री ने आर्थिक मदद के लिए प्रशासन से लगाई गुहार Deoghar News
वज्रपात के बाद किस्टू महतो और संतू यादव की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पूर्व मंत्री सुरेश पासवान पूर्व मुखिया दिवाकर चौधरी जसीडीह थाना से एएसआइ ओमप्रकाश ने गांव पहुंचकर हाल जाना। प्रशासन से दोनों के स्वजनों को मुआवजा देने की मांग की गई है।
जसीडीह, जेएनएन। जसीडीह थाना क्षेत्र के अस्ता गांव में सोमवार की रात वज्रपात की चपेट में आकर दो ग्रामीण व एक मवेशी की मौत हो गई। मारे गए ग्रामीणों में 50 वर्षीय किस्टू महतो व 45 वर्षीय संतू यादव शामिल हैं। किस्टू महतो मूल रूप से पथरगड्ढा गांव का रहने वाला है। कास्ता में उसकी छोटी सी जमीन है। इसी जमीन पर वह प्रधानमंत्री आवास बनवा रहा था। रात जब अचानक बारिश होने लगी तो वह अपने अर्धनिर्मित घर में रखे सीमेंट व छड़ को देखने गया। इसी दौरान संतू यादव की मवेशी भी नहीं मिल रही थी। उसे पता चला कि मवेशी भी उसी अर्धनिर्मित घर में है। वह भी मवेशी खोजते-खोजते पहुंचा। इसी बीच अचानक तेज आवाज के साथ वज्रपात हो गया। इसकी चपेट में दोनों ग्रामीण व मवेशी आ गए।
मौके पर ही हो गई दोनों की माैत
वज्रपात के बाद दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं सूचना मिलने पर पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, पूर्व मुखिया दिवाकर चौधरी, जसीडीह थाना से एएसआइ ओमप्रकाश ने गांव पहुंचकर हाल जाना। प्रशासन से दोनों के स्वजनों को मुआवजा देने की मांग की गई है। दोनों परिवार की माली हालत ठीक नहीं है। दोनों का परिवार इन दोनों की कमाई पर पूरी तरह से निर्भर थी। संतू की पत्नी के अलावा एक बेटा व एक बेटी है। वह कोलकाता में रिक्शा चलाता था। लॉकडाउन होने पर वह गांव चला आया था। वहीं किस्टू की पत्नी के अलावा चार बच्चे हैं। वह दैनिक मजदूरी करता था। इन दोनों की अचानक मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।