Bokaro से बिहार शराब तस्करी का पर्दाफाश; शराब लदा 407 वाहन जब्त, चालक समेत दो गिरफ्तार

पुलिस ने शनिवार अल सुबह पीरटांड़ में नकली शराब लदी बंगाल नंबर के एक 407 माल वाहक ट्रक को जब्त किया। गुप्त सूचना पर वाहन चेकिंग के दौरान पीरटांड़ थाना प्रभारी पवन कुमार सिंह व अवर निरीक्षक चंदन सिंह को यह सफलता मिली।

By Atul SinghEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 05:48 PM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 05:48 PM (IST)
Bokaro से बिहार शराब तस्करी का पर्दाफाश; शराब लदा 407 वाहन जब्त, चालक समेत दो गिरफ्तार
पीरटांड़ थाना प्रभारी पवन कुमार सिंह व अवर निरीक्षक चंदन सिंह को यह सफलता मिली।

जागरण संवाददाता, गिरिडीह: पुलिस ने शनिवार अल सुबह पीरटांड़ में नकली शराब लदी बंगाल नंबर के एक 407 माल वाहक ट्रक को जब्त किया। गुप्त सूचना पर वाहन चेकिंग के दौरान पीरटांड़ थाना प्रभारी पवन कुमार सिंह व अवर निरीक्षक चंदन सिंह को यह सफलता मिली। पुलिस ने वाहन चालक व एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि मालवाहक ट्रक के बाक्स में लादकर नकली शराब की पेटियां ले जाई जा रही थी। इसकी सूचना पुलिस को मिली थी। वाहन देखने से खाली लग रहा था, लेकिन शराब को ले जाने के लिए बाक्स बनाया गया था, जिसमें शराब की लगभग 400 बोतल थी।

नकली शराब के साथ गिरफ्तार चालक का नाम अमित कुमार एवं सहयोगी का नाम उदय कुमार बताया गया। दोनों बिहार के रहने वाले हैं। माल वाहक वाहन को स्काट करते हुए आगे-आगे एक क्रेटा कार चल रही थी। मालवाहक वाहन को पुलिस को रोकते हुए देख, क्रेटा में सवार सभी लोग फरार हो गए। गिरफ्तार चालक का कहना है कि जैनामोड़ से शराब लादकर किसी ने उसे वाहन दिया था।

बता दें कि पीरटांड़ प्रखंड के विभिन्न इलाकों में वर्ष दो हजार से शराब का कारोबार चल रहा है, जो आज तक लगातार जारी है। किसी न किसी दिन पुलिस शराब जब्त कर ही लेती है। गत माह कबरिया बेड़ा से जहां भारी मात्रा में स्प्रिट व शराब बनाने वाली अन्य सामग्री बरामद की गई थी, वहीं कौंंझिया से एक मुर्गी शेड से शराब की खाली बोतलें मिली थीं। हालांकि खाली बोतलों को जब्त नहीं किया गया था।

जानिए कैसे बनता है शराब

पीरटांड प्रखंड के विभिन्न थाना इलाके में दर्जनों बार अवैध शराब के कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। इतना ही नहीं तत्कालीन डीसी दीप्रवा लकड़ा ने खुद पीरटांड़ के मधुपुर से लाखों रुपये की शराब के साथ कारोबार के सरगना को गिरफ्तार किया था, जिसमे कारोबारियों ने नकली शराब बनाने की पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया था। बताया था कि नकली शराब केवल स्प्रिट से बनाई जाती है। शराब की महक वाला केमिकल मिलाया जाता है। स्प्रिट, पानी व केमिकल मिलाकर असली शराब की बोतल में नकली शराब को भर दिया जाता है। इसे असली शराब बताकर बेचा जाता है। कारोबारी बोतल, ढक्कन, रैपर, स्प्रिट सब अलग-अलग मंगाते हैं। जहां शराब की फैक्ट्री खोली जाती है, वहां सभी तैयार किया जाता है।

इन जगहों पर हो चुकी है शराब बरामद 

प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में दर्जनों ठिकाने हैं, जहां कई बार शराब फैक्ट्री के संचालन का खुलासा हुआ है। कुम्हरलालो पंचायत के दुधनिया, दुबेडीह व कबरिया बेड़ा, चिरकी पंचायत के मधुपुर, कमरर्कोच्चा, चिलगा के करंदो, हरलाडीह के बरवाडीह, मंदनाडीह, पलमा, मंडरो के मोनाटांड़, मंडरो, कुडको, भारती चलकरी पंचायत के कई ठिकाने, बदगंवा पंचायत के सोबरनपुर, खरपोका पंचायत के कई गांवों में नकली शराब की फैक्ट्री का भांडाफोड़ हुआ है। इस मामले में पीरटांड़ के दर्जन भर लोग जेल भी जा चुके हैं।

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