टीबी के नए मरीजों की होगी पहचान, जिला टीबी फोरम की बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय Dhanbad News
मंगलवार को जिला टीबी फोरम की बैठक उप विकास आयुक्त दशरथ चंद्र दास की अध्यक्षता में समाहरणालय में हुई। बैठक में धनबाद में टीबी की मरीजों की हो रही जांच पहचान दवाइयों की उपलब्धता समेत अन्य जानकारियां साझा की गई।
जागरण संवाददाता धनबाद: मंगलवार को जिला टीबी फोरम की बैठक उप विकास आयुक्त दशरथ चंद्र दास की अध्यक्षता में समाहरणालय में हुई। बैठक में धनबाद में टीबी की मरीजों की हो रही जांच, पहचान, दवाइयों की उपलब्धता समेत अन्य जानकारियां साझा की गई। उप विकास आयुक्त ने बताया कि कोरोनावायरस के संक्रमण होने के बाद टीबी के मरीजों की जांच कम हो पाई थी। हालांकि अब संक्रमण कम होने के बाद तेजी से नए मरीजों की पहचान शुरू की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोरोनावायरस की तरह ही टीबी भी संक्रामक रोग है। ऐसे में जन जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाने का उन्होंने निर्देश दिया। डीडीसी ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से तमाम सहयोग स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराए जाएंगे साथ ही आम लोगों को टीबी के प्रति जागरूक रहने की अपील की। टीबी फोरम की बैठक में सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल दास जिला टीबी पदाधिकारी डॉ ज़फ़रुल्लाह, जावेद अंसारी, आर के समादार, डॉ सुरेंद्र प्रसाद, आईएमए डॉक्टर मेजर चंदन, टीबी के लिए कार्य कर रहे एनजीओ और मीडिया के प्रतिनिधि मौजूद थे।
विभाग में चिकित्सकों और कर्मियों के खाली पद भरे जाएंगे
सिविल सर्जन ने बताया कि विभाग में कर्मियों की कमी है। इसे देखते हुए 15 अगस्त तक बहाली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए तमाम तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण होने के वजह से लैब टेक्नीशियन को कोविड में लगाया गया था। लेकिन अब संक्रमण कम है। इसलिए वापस लैब टेक्नीशियन को टीबी की जांच में लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग की ओर से टीबी के मरीजों को 8 महीने की दवाइयां दी जाती है। एम डी आर टीबी के मरीजों को 2 वर्ष तक दवाइयां दी जाती हैं इसके साथ ही सरकार की ओर से टीबी के मरीजों को जब तक दवा चल रहा है।
टाटा ने फिर से टीवी के मरीजों की जांच
कई मरीजों को दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसके लिए विशेष निर्देश दिए हैं। इसके साथ टाटा की ओर से मरीजों की जांच फिलहाल नहीं हो पा रही है। इस पर सिविल सर्जन ने बताया कि टाटा को विभिन्न सुविधाएं और प्रशिक्षण विभाग देगा। इसके बाद टाटा के अधिकारियों ने बताया कि मरीजों की जांच शुरु कर देंगे।