Dhanbad: टुंडी प्रखंड के सुदूर गांवों में लगभग 200 चापाकल खराब होने से ग्रामीणों में बढ़ी पेयजल की समस्या
प्रखंड के सुदूर गांवों में पेयजल की समस्या बढ़ गई है। यहां स्थित लगभग 200 चापाकल खराब हो गए हैं। जिससे ग्रामीणों को प्रतिदिन पेयजल के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। इस ओर अभी तक किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं गया है।
संवाद सहयोगी, पश्चिमी टुंडी: टुंडी प्रखंड के सुदूर लगभग दो सौ गांवों में 150 चापानल खराब होने से ग्रामीण गंदे जल पीकर परेशान हैं। वहीं बलियापुर के पी एच ई डी जेई को टुंडी अतिरिक्त पदभार लिए के बाद से आजतक टुंडी नहीं आने से चापानल मरम्मत का काम कछुआ गति से चल रही है। टुंडी में खराब चापाकलों की मरम्मत की दिशा में ठोस पहल नहीं होने से टुंडी बीडीओ संजीव कुमार ने जेई को साफ शब्दों कड़ी नाराजगी जताई है।
बताया जाता है की मनियाडीह 5 बंगारो 3 पारसबनी 4 नवादा 2 गोयदहा 1 जीतपुर पलमा 3 बस्तीकुल्ही 2 परसा 1 शीतलपुर 1 खटजोरी 1 भेलवर्ई 1 बांधडीह 1 चैनपुर 2 कदवारा 1 विशनपुर 1 मधुपुर 1 नवाटांड 2 झिननाकी 2 पतरोबाद 1 नारो 1 बाघमारा 2 जामकोल 1 सर्रा 3 डंडाटांड में 2 बांदोजोर 1 पोस्तमारा 1 टकीपुर 1 गुलियाडीह 1 जांताखूंटी 2 भुस्की 1 इसके अलावे पूर्णाडीह पंचायत में दस कोलहर पंचायत में आठ रतनपुर पंचायत 9 लुकैया पंचायत में दस कटनिया पंचायत में दस बरवाटांड पंचायत में 7 लछुरायडीह पंचायत में 9 कमारडीह पंचायत में 8 बेगनोरिया 10 कदैया पंचायत में 10 राजाभीट्ठा पंचायत में दस चापाकल खराब होने की सूचना है।
क्यों बनी ऐसी स्थिति
टुंडी के जेई का कर्ई माह पूर्व तबादला हो गया है उसके स्थान पर पीएचडीई विभाग के बलियापुर के जेई ने अतिरिक्त पदभार लिया है।वे पदभार लेने के बाद से आज तक टुंडी के सुदूर गांवों की तरफ कभी झांकने तक नहीं आये हैं। जिस कारण टुंडी में खराब चापाकलों की लंबी कतार लगी हुई है।टुंडी के उपप्रमुख भवानी देवी ने कहा की टुंडी का कौन है जेई आज तक नजर नहीं आ रहे हैं।वे चापाकल पाइप बदलने कार्य में भी भारी मनमानी कर रहे हैं उसकी जांच होनी चाहिए ।इधर आजसू नेता भाष्कर ओझा ने ऐसे विभागीय जेई की कार्यशैली के खिलाफ जांच कर विभागीय कार्रवाई की मांग की है।
टुंडी बीडीओ संजीव कुमार का कहना है की जेई टुंडी नहीं आते हैं ना ही जनता का फोन उठाते हैं उन्हें इस बात को लेकर चेतावनी देते हुए लिखित आदेश निकालने की बात कही।वे टुंडी के पदभार में हैं तो उन्हें टुंडी की जनता से मुखातिब होकर खराब चापाकलों की मरम्मत करनी ही होगी इसमें कोई लापरवाही हरगिज़ वर्दाश्त नहीं की जायेगी।
टुंडी प्रखंड मुख्यालय स्थित पी एच डी ई विभाग कार्यालय पिछले कर्ई माह से नहीं खुले हैं कार्यालय के समीप इतने घास झाड़ी उग गए हैं की वहाँ सांप बिच्छू का अड्डा बन गया है।
टुंडी के बरवाटांड पंचायत में डायरिया फैल गया है चिकित्सकों ने गंदे जल की सेवन की बात बताई है यहाँ कर्ई चापाकल खराब है विभाग उदासीन है।