लगातार बारिश से घनुडीह में खपरैल घर ढहा

संस तिसरा मानसून की बारिश से अग्नि व भू धंसान क्षेत्र घनुडीह मल्लाह पट्टी में एक खपरैल का घ्

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 05:31 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 05:31 PM (IST)
लगातार बारिश से घनुडीह में खपरैल घर ढहा
लगातार बारिश से घनुडीह में खपरैल घर ढहा

संस, तिसरा : मानसून की बारिश से अग्नि व भू धंसान क्षेत्र घनुडीह मल्लाह पट्टी में एक खपरैल का घर ढह गया। जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। दोनों घर भाड़े पर लगाए गए थे। घटना से स्थानीय लोगों में भय समा गया है। बारिश की वजह से आधा दर्जन घरों को नुकसान पहुंचा है। क्षतिग्रस्त घर के मालिक ने घटना की शिकायत परियोजना पदाधिकारी से की है। परियोजना पदाधिकारी ने कहा कि क्षेत्र के जीएम से बात करें। इससे लोगों में आक्रोश है। ताराचंद सिंह के भाड़े के घर में रहने वाली सुनीता देवी का खपरैल घर गुरुवार की देर रात टूट कर गिर गया। सुनीता बाल-बाल बच गई। पास रहने वाले रवींद्र कुमार दुबे के भी घर में भी दरार आई है। रवींद्र की मां गिरजा देवी पास खाना बना रही थी। वह बच गई। ताराचंद के घर में भी दरार का आकार बढ़ गया है। ताराचंद अपने पिता रामराज सिंह और परिवार के साथ कुछ दिन पूर्व ही सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। आज सुबह आए तो देखा कि घर में दरार तेजी से बढ़ रहा है। जमीनी आग से कमरा की जमीन गर्म थी। पास में रहनेवाले अजय साव, सुनील सिंह, बिपिन झा, विकास, पिटू, रवींद्र झा आदि के भी घर प्रभावित हुए हैं। लोगों का कहना है कि घर के पीछे से गैस का रिसाव हो रहा है। बारिश होने पर जमीन नीचे बैठती है। परियोजना की ओर जमीन का लगातार खिचाव हो रहा है। इसके कारण घरों में दरारें आ रही हैं। बीसीसीएल प्रबंधन और प्रशासन गंभीर नहीं है। अब इस स्थान पर रहना खतरे से खाली नहीं है। यहां के लोगों का जेआरडीए के तहत जल्दी पुनर्वास व मुआवजा मिलना चाहिए।

स्थानीय लोग शिकायत लेकर पीओ एसके सिंह के पास गए। पीओ ने रैयत होने के कारण हाथ खड़े कर दिए। कहा कि पूर्व में सर्वे नहीं कराया। अब दिक्कत है। वरीय अधिकारी से बात करें। पीओ ने कहा कि हमारे वश में अस्थाई विस्थापन है। इसकी हम पहल करेंगे। जेआरडीए का सर्वे जीएम व उच्च अधिकारी से वार्ता के बाद ही हो सकता है। प्रबंधन यहां के लोगों को पहले ही हटने का नोटिस दे चुका है।

--------------------

यहां खतरनाक क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रबंधन की ओर से पहले ही हटने के लिए नोटिस दिया गया है। हमारे यहां 24 प्रभावितों को जेआरडीए के तहत घर अलॉट हुआ है। 21 लोग जा चुके हैं। छह लोगों का और घर अलॉट हुआ है। उसे भी भेजने की तैयारी कर रहे हैं।

- एसके सिंह, पीओ घनुडीह परियोजना।

chat bot
आपका साथी