Elephant Attack: झुंड से बिछड़े हाथी का देवघर में आतंक, तीन को कुचल कर मार डाला

27 वर्षीय चैताली देवी अपनी 15 वर्षीय भतीजी वंदना कुमारी के साथ नदी में नहाने गई थी। वहां से घर लौट रही थी। रास्ते में जंगल पड़ता है। वहां पहले से ही हाथी मौजूद था। दोनों को देख हाथी ने हमला कर दिया। दोनों की माैत हो गई।

By MritunjayEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:40 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:40 AM (IST)
Elephant Attack: झुंड से बिछड़े हाथी का देवघर में आतंक, तीन को कुचल कर मार डाला
देवघर में भटकता झुंड से बिछड़ा हाथी ( फोटो जागरण)।

देवघर, जेएनएन। झुंड से बिछड़े हाथी ने मंगलवार की सुबह पथरौल के डहुआ स्थित जंगल में एक महिला और उसकी भतीजी को कुचलकर मार डाला। वहीं शाम में एक बुजुर्ग महिला को कुचल दिया। 27 वर्षीय चैताली देवी के पति भूदेव राय ने बताया कि पत्नी और 15 वर्षीय भतीजी वंदना कुमारी सुबह नहाने गई थी। वहां से घर लौट रही थी। रास्ते में जंगल पड़ता है। वहां पहले से ही हाथी मौजूद था। पत्नी को देखते ही उस पर हमला कर दिया। उसे सूंड से उठाकर पटक दिया। बचाव के लिए पहुंची भतीजी को कुचल दिया। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। इसकी सूचना मिली तो स्वजन और अन्य ग्रामीण पहुंचे। सरकारी प्रविधान के तहत सारठ विधायक रणधीर सिंह ने स्वजनों को एक-एक लाख रुपये दिए।

उधर पथरौल थाना क्षेत्र के ताराडंगाल में एक बुजुर्ग महिला को मंगलवार देर शाम हाथी ने कुचलकर मार डाला। 60 वर्षीय दुखनी देवी घर में अकेली थीं। स्वजन एक शादी समारोह में गए थे। हाथी अचानक दरवाजा तोड़ते हुए घर में घुस गया और उनको पटककर कुचल दिया। मौके पर ही उनकी मौत हो गई। इस दौरान हाथी ने घर भी क्षतिग्रस्त कर दिया। जानकारी हो कि हाथी इस इलाके में लगातार तांडव कर रहा है। शाम में जिस गांव में हाथी घुसा वह डहुआ जंगल से करीब आधा किमी की दूरी पर है। हैरानी की बात है कि सुबह की घटना के बाद भी हाथी की गतिविधि पर वन विभाग या प्रशासन द्वारा नजर नहीं रखी गई। वन विभाग दुमका के मसलिया से हाथी भगाने वाली टीम के पहुंचने का इंतजार कर रहा है। बता दें कि गत रविवार को जामताड़ा के फतेहपुर में एक हाथी ने दंपती को मार डाला था।

हाथी ने जिनकी जान ली, उनके स्वजनों को सरकारी प्रविधान के तहत चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पथरौल थाना पुलिस की रिपोर्ट आने के बाद भुगतान किया जाएगा। अभी हाथी उसी जंगल में है। स्थानीय लोग सतर्क रहें और उसके आसपास न जाएं।

-राजकुमार साह, जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी, देवघर

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