Dhanbad:ताइक्वांडो में साढ़े तीन साल की मिष्टी ने गोल्ड मेडल से जीता सबका दिल
ताइक्वांडो जैसे खेल में बच्चों का रूझान बढ़ता जा रहा है। धनबाद की साढ़े तीन साल की बच्ची ने इस खेल में गोल्ड मेडल जीतकर सबका दिल जीत लिया। साथ ही कई माता पिता को प्रभावित किया। आत्मरक्षा का यह खेल खासकर बालिकाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
संवाद सहयोगी, निचितपुर: धनबाद जिले के कोलियरी व ग्रामीण क्षेत्रों में ताइक्वांडो की ओर रूझान बढ़ता ही जा रहा हेै। आत्मरक्षा के लिए क्षेत्र के बच्चे व बच्चियां ताइक्वांडो का प्रशिक्षण ले रहा है। निचितपुर टाउनशिप में करीब 30 बच्चे व बच्चियां तथा ईस्ट बसुरिया में करीब 35 बच्चे व बच्चियां ताइक्वांडो का प्रशिक्षण ले रहा है। ये बच्चे बच्चियां ताइक्वांडो में लगातार आगे बढ़ रहे हैं। कोच यमुना कुमार पासवान व कोच दीपक बाउरी ने कहा कि बच्चे बच्चियों को ताइक्वांडो का बेहतर प्रशिक्षण दे रहे हैं। आत्मरक्षा के लिए ताइक्वांडो सीखना बहुत जरूरी है। स्वस्थ शरीर के लिए खेलकूद बहुत जरूरी है।
तीन वर्ष की मिष्टी ने जीता गोल्ड मेडल
नन्हीं मुन्हीं बच्चियां ताइक्वांडो में शानदार प्रदर्शन कर रही है। शानदार प्रदर्शन की बदौलत ये बच्चियां मेडल जीत कर अपने गांव का नाम रौशन कर रही है। पिछले दिनों जमशेदपुर में संपन्न हुए राज्य स्तरीय ताइक्वांडो चैंपियनशीप में बौआकला उत्तर पंचायत के बड़की बौआ गांव की पांच वर्ष की कृति कुमारी ने खेल का शानदार प्रदर्शन कर अपने विरोधी खिलाड़ी को धूल चटाकर सिल्वर मेडल हासिल कर अपने गांव का नाम रौशन किया।
पिछले दिनों धनबाद में संपन्न जिला ताइक्वांडो चैंपियनशीप में निचितपुर टाउनशीप में रहने वाली मात्र साढ़े तीन वर्ष की मिष्टी कुमारी ने अपने विरोधी खिलाड़ी को पटखनी देकर गोल्ड हासिल की। ताइक्वांडो में मेडले जीतने पर इन दोनों बच्चियों को खेल प्रेमियों ने बधाई देते हुए इनके उज्जवल भविष्य की कामना ईश्वर से की है। बधाई देने वालो में जिला ताइक्वांडो एसोसिएशन के महासचिव लक्ष्मीकांत सिन्हा, यमुना कुमार पासवान, दीपक बाउरी आदि शामिल है।