मां लिलोरी मंदिर: फूल, प्रसाद बेचकर जीविकोपार्जन करने वालों को मंदिर से पाबंदी हटने का इंतजार

संवाद सहयोगी कतरास कोरोना को लेकर धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगी रोक से मा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 08:22 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 08:22 PM (IST)
मां लिलोरी मंदिर: फूल, प्रसाद बेचकर जीविकोपार्जन करने वालों को मंदिर से पाबंदी हटने का इंतजार
मां लिलोरी मंदिर: फूल, प्रसाद बेचकर जीविकोपार्जन करने वालों को मंदिर से पाबंदी हटने का इंतजार

संवाद सहयोगी, कतरास: कोरोना को लेकर धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं के प्रवेश पर लगी रोक से मां लिलोरी मंदिर परिक्षेत्र में सन्नाटा पसरा है। आसपास फूल प्रसाद व नाश्ता बेचकर जीविकोपार्जन करनेवाले करीब एक हजार लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन के तहत जब से मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगी है, तभी से यह स्थिति है। कारण यह कि जब श्रद्धालु ही नहीं पहुंच रहे तो कौन उनसे सामान खरीदेगा। मंदिर में चढ़ावा और दान दक्षिणा पर आश्रित पुजारियों की भी परेशानी बढ़ गई। मां के दरबार में हर रोज चढ़ावा आता था। खासकर इस समय लगन के मुहूर्त में सैकड़ों जोड़े परिणय सूत्र में बंध मां के दरबार में माथा टेक आशीर्वाद मांगते थे। सरकार की सख्ती से कोई शादी रचाने नहीं आ रहा है। लॉकडाउन में छिपकर धर्मशाला में कभी कभार शादी की बात सामने आ चुकी है, लेकिन उसे पुलिसिया कार्रवाई का सामना करना पड़ा। मंदिर के आसपास करीब 50 धर्मशाला हैं, जिनके संचालकों को लगन के समय लड़की और लड़का पक्ष को ठहरने और शादी की रस्म अदायगी के लिए स्थान व सुविधा उपलब्ध कराने के एवज में मोटी रकम प्राप्त होती है। पार्टी के लिए भी लोग धर्मशाला का बुकिग करते हैं, लेकिन ये सभी सरकारी आदेश का इंतजार कर रहे हैं, जिससे मंदिर खुल जाए और श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो जाय।

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