Coal India: पिछले साल मिला था 68,500 रुपये बोनस, इस बार कितना बढ़कर मिलेगा ? सबकी नजर दिल्ली बैठक पर
कोल इंडिया ने गत वर्ष करीब 1730 करोड़ रुपये इस मद में भुगतान किया था। पिछले वर्ष के मुकाबले वर्ष 2020 में 6.5 फीसद अधिक बोनस कोयला कर्मियों को मिला था। कहा जा रहा है कि श्रम संगठन इस बार बोनस की मांग एक लाख रुपये से शुरू करेंगे।
जागरण संवाददाता, धनबाद। कोल इंडिया व सिंग्रेनीज कोल कंपनी में कार्यरत करीब 2.80 लाख कोयला मजदूरों के बोनस पर बैठक छह अक्टूबर को दिल्ली में होगी। बैठक को लेकर प्रबंधन ने यूनियन प्रतिनिधियों को भी तिथि तय होने को लेकर सूचित किया है। गत वर्ष कोयला कामगारों को 68,500 रुपये बोनस मिला था। इस बार इससे भी अधिक बोनस मिले, इसको लेकर श्रमिक संगठन एटक, एचएमएस, बीएमएस और सीटू के प्रतिनिधि आपस में राय विचार करने में लगे हैं। कोल इंडिया की स्थिति भी बेहतर है। शेयरधारकों को भी 21 सौ करोड़ रुपये का लाभांश दिया गया है।
इस बार कोल इंडिया को अधिक लाभ
2020-21 में कोल इंडिया को 18009.24 करोड़ का मुनाफा हुआ है, जो 2019-20 से अधिक है। कोल इंडिया के डीपी विनय रंजन ने कहा कि बोनस को लेकर समय रहते स्टैंडर्डाइजेशन कमेटी की बैठक बुलाने को लेकर कार्मिक विभाग को दिशा निर्देश कोल इंडिया चेयरमैन से संकेत मिलने के बाद दिया गया है। बैठक कोल इंडिया के चेयरमैन की अध्यक्षता में होने की संभावना है। इसमें जेबीसीसीआइ का प्रतिनिधित्व करनेवाले चारों ट्रेड यूनियन के सदस्य शामिल होंगे।
पिछले साल बोनस में 1730 करोड़ का भुगतान
कोल इंडिया ने गत वर्ष करीब 1730 करोड़ रुपये इस मद में भुगतान किया था। पिछले वर्ष के मुकाबले वर्ष 2020 में 6.5 फीसद अधिक बोनस कोयला कर्मियों को मिला था। कहा जा रहा है कि श्रम संगठन इस बार बोनस की मांग एक लाख रुपये से शुरू करेंगे। वैसे जो स्थिति लग रही है उससे साफ लग रहा है कि बोनस की राशि 75हजार के नीचे ही रहेगी। इस पर बैठक में काफी खींचतान होने की संभावना जताई जा रही है। एटक के नेता और जेबीसीसीआइ के वैकल्पिक सदस्य लखन लाल महतो ने बताया छह अक्टूबर को बैठक को लेकर प्रबंधन से संकेत मिले हैं। जल्द ही पत्र भी जारी हो जाएगा। बेहतर बोनस मिले इसका पूरा प्रयास रहेगा। ज्यादा से ज्यादा बोनस दिलाने को सभी श्रमिक नेताओं से वार्ता की जा रही है।