झरिया में चौथे दिन भी जलापूर्ति नहीं, पानी के लिए हाहाकार

जासं झरिया-जामाडोबा जामाडोबा जल संयंत्र के पास दामोदर नदी में आई बाढ़ के बाद इसका जलस्तर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:01 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:01 PM (IST)
झरिया में चौथे दिन भी जलापूर्ति नहीं, पानी के लिए हाहाकार
झरिया में चौथे दिन भी जलापूर्ति नहीं, पानी के लिए हाहाकार

जासं, झरिया-जामाडोबा : जामाडोबा जल संयंत्र के पास दामोदर नदी में आई बाढ़ के बाद इसका जलस्तर सोमवार को छह फीट घटकर 464 आरएल हो गया है। दो दिनों तक लगातार बारिश होने से यहां का जलस्तर 470 फीट आरएल हो गया था। नदी का यहां सामान्य जलस्तर 454 आरएल है। बारिश के तीन दिन बीतने के बाद भी संयंत्र के मोटर व पंप नदी के पानी में डूबे हुए हैं। इससे जल भंडारण का कार्य प्रभावित है। झरिया शहर और इसके आसपास क्षेत्रों में लगातार चौथे दिन जलापूर्ति नहीं हुई। लगभग छह लाख लोगों में पानी के लिए हाहाकार मचा है।

संयंत्र के कर्मियों ने मजदूरों की कमी रहने से जलापूर्ति बाधित रहने की बात कही है। बावजूद झमाडा प्रबंधन जलापूर्ति के लिए गंभीर नहीं है। इससे लोगों में प्रबंधन के प्रति काफी आक्रोश है।

झमाडा के कर्मियों ने कहा कि नदी का अभी भी उफान पर है। पानी का बहाव अधिक रहने से नदी में स्थित इंटेकवेल के फुटबाल की सफाई नहीं हो पा रही है। इसमें काफी कचड़ा आ गया है। इस कारण झरिया व आसपास के क्षेत्रों में चौथे दिन भी पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। मजदूरों ने कहा कि भारी बारिश के बाद यहां नदी का जल स्तर शुक्रवार को 16 फीट बढ़ गया था। इंटेकवेल की सफाई करने के लिए झमाडा ने भटिडा से गोताखोरों को भी बुलाया था, लेकिन गोताखोरों ने कार्य करने से इंकार कर दिया। शिफ्ट इंचार्ज एसएन दाउदी ने कहा कि इंटेकवेल की सफाई अभी नहीं की जा सकती है। नदी का पानी धीरे-धीरे घट रहा है। झमाडा के कर्मी सेक्सन मोटर पाइप तक तो जा ही नहीं पा रहे हैं तो इंटेकवेल तक कैसे पहुंच सकते हैं।

बताते हैं कि संयंत्र में मैन पावर की कमी। वर्तमान में एक शिफ्ट में 32 मजदूर चाहिए। लेकिन 20 मजदूरों से ही काम लिया जा रहा है। जल्द जलापूर्ति करने में लगे हैं।

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जामाडोबा जल संयंत्र की पाइप लाइन जामाडोबा हीरक रोड के निकट क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे डेढ़ लाख की आबादी को पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। पाइप मरम्मत के लिए सोमवार को यहां सिर्फ मिट्टी हटाई गई है। मंगलवार से काम शुरू किया जाएगा। इसके बाद बनियाहीर, भागा, फुसबंगला, जामाडोबा, भौंरा, जियलगोरा, डिगवाडीह में संयंत्र से जलापूर्ति की जाएगी।

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दामोदर नदी में पानी का बहाव अधिक रहने से गोताखोर भी नहीं उतर सके। क्षतिग्रस्त पाइप लाइन की मरम्मत जारी है। मंगलवार को झरिया व आसपास क्षेत्रों में जलापूर्ति की जाएगी।

- पंकज झा, एसडीओ जामाडोबा जल संयंत्र।

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