अस्पताल में चिकित्सक नहीं; कोरोना काल में कैसे होगा यहांं के लोगोंं का इलाज ? Dhanbad News
बीसीसीएल लोदना क्षेत्र के जयरामपुर व जीनागोरा कोलियरी इलाके में कोरोना ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है। इस क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोग दहशत में है । इनके स्वास्थ्य को लेकर ना तो बीसीसीएल प्रबंधन गंभीर है और ना ही नगर निगम के अधिकारी।
झरिया, जेएनएन : बीसीसीएल लोदना क्षेत्र के जयरामपुर व जीनागोरा कोलियरी इलाके में कोरोना ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है। इस क्षेत्र में रहने वाले हजारों लोग दहशत में है । इनके स्वास्थ्य को लेकर ना तो बीसीसीएल प्रबंधन गंभीर है और ना ही नगर निगम के अधिकारी।
कोरोना वायरस से निबटने में कोई सार्थक पहल नहीं की जा रही है। इससे लोगों का जीवन खतरे में है। बताते हैं कि जयरामपुर और जीनागोरा के विभिन्न मुहल्लों में लगभग 10 हजार लोग रहते हैं । पूरा इलाका मजदूर बहुल है। लेकिन स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए यहां एक भी चिकित्सक युक्त अस्पताल नहीं है ।
यहां के लोग बीसीसीएल के दो अस्पताल पर ही निर्भर थे। लेकिन पिछले तीन वर्ष से कोलियरियों एवं क्षेत्रीय कार्यालय के बंद होने के बाद इन अस्पतालों से प्रबंधन ने डाक्टर कि कमी व कंपनी कि खराब आर्थिक स्थिति बताकर डाक्टरों कि सेवा और प्रमुख दवाओं की सुविधा बंद कर दी है ।
इसके खिलाफ यूनियन नेताओं ने आंदोलन भी किया। परंतु प्रबंधन के कड़े तेवर के आगे यूनियन का आंदोलन सिमट कर रह गया। अस्पताल में प्रबंधन ने मजदूरों व स्थानीय लोगों की देखभाल के लिए एक फार्मासिस्ट व एक महिला कर्मी को खानापूर्ति के लिए रखा है। चिकित्सक नहीं हैं।
जयरामपुर और जीनागोरा अस्पताल में दो एम्बुलेंस हैं। लेकिन उसमें सीरियस मरीजों के लिए ना तो बढ़िया स्ट्र्चर है ना ही ऑक्सीजन कि व्यवस्था। लोग कहते है कि अस्पताल में एम्बुलेंस चालक व फार्मासिस्ट को संडे ड्यूटी नहीं मिलने से मरीजों की समस्या और बढ़ जाती है । क्षेत्र के लोग भगवान भरोसे रह रहे हैं ।
ऐसी स्थिति में कोरोना की दूसरी लहर ने भी क्षेत्र में दस्तक दे दी है। कई लोग कोरोना के मिलते जुलते लक्षण से पीड़ित हैं। निजी अस्पतालों के डाक्टर बाहरी मरीजों का इलाज करने से परहेज करने लगे हैं । क्षेत्र के प्रायः सभी मुहल्लों में गंदगी का अंबार लगा है। नालियां जाम पड़ी हैं। सफाई नहीं होने से बीमारी के संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
लोदना क्षेत्रीय प्रबंधन व नगर निगम के की ओर से संक्रमण रोकने के लिए मुहल्लों का सेनिटाइज भी नहीं कराया जा रहा है। इसके कारण लोगों का हाल बेहाल है। जमसं बच्चा गुट के क्षेत्रीय अध्यक्ष उमाशंकर शाही, राकोमसं के क्षेत्रीय सचिव धर्मेंद्र सिंह, आजसू नेता बीरेंद्र निषाद ने संयुक्त रूप से जीएम और नगर आयुक्त से जयरामपुर अस्पताल एवं जीनागोरा अस्पताल में कम से कम कोरोना काल तक डाक्टर की नियुक्ति करने, एंबुलेंस की व्यवस्था दुरुस्त करते हुए उसमें ऑक्सीजन लगाने की मांग की है ।