खुदिया कोलियरी चालू कराने को प्रबंधन का घेराव
जागरण संवाददाता मैथन/ थापरनगर ईसीएल मुगमा एरिया अंतर्गत खुदिया कोलियरी को चार महीना बी
जागरण संवाददाता, मैथन/ थापरनगर : ईसीएल मुगमा एरिया अंतर्गत खुदिया कोलियरी को चार महीना बीतने के बावजूद अभी तक चालू नहीं किए जाने के विरोध में सोमवार को संयुक्त मोर्चा के बैनर तले मजदूरों ने प्रबंधक का कोलियरी परिसर में घेराव किया। प्रबंधक मोहम्मद चांद ने मजदूरों को एक महीने के अंदर कोलियरी चालू करने का आश्वासन दिया। कहा कि इस मुद्दे पर ईसीएल सीएमडी के साथ चर्चा हुई है। कोलियरी प्रबंधक ने मजदूरों को आश्वस्त किया कि खुदिया कोलियरी के साथ-साथ बगल की कालीमाटी सीम को भी चालू करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके बाद जाकर मजदूरों ने घेराव खत्म कर दिया। मजदूर नेताओं ने कहा कि खुदिया कोलियरी में पिछले साल सात दिसंबर को तृतीय पाली में जल प्लावन की घटना घटित हुई थी जिसमें दो पंप ऑपरेटर बसिया मांझी व मानिक बाउरी की मौत हो गई थी। काफी मशक्कत के बाद एक सप्ताह बाद दोनों कर्मियों की लाश खदान से निकालने में सफलता मिली थी।
घटना के चार माह बाद भी प्रबंधन द्वारा कोलियरी को चालू करने के दिशा में संतोषजनक प्रगति नहीं दिख रही है। श्रम संगठन के नेताओं ने कहा कि चार माह बीत जाने के बावजूद आज तक प्रबंधन खुदिया कोलियरी से पूरी तरह जल की निकासी करने में असफल रहा है। मजदूरों को कोलियरी से स्थानांतरित किया जा रहा है। यह प्रबंधन की मनमानी है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि प्रबंधन कोलियरी को जल्द से जल्द चालू नहीं करता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रबंधन भूमिगत खदानों को एक साजिश के तहत बंद करने की योजना पर काम कर रहा है। खुली खदानों को चालू करने को प्राथमिकता दी जा रही है। खुली खदानों को भी आउटसोर्सिंग के माध्यम से चलाने की प्रबंधन की साजिश है।
मजदूरों के आंदोलन का नेतृत्व आसिम भट्टाचार्य ,नंदलाल चौहान,एतवारी कुर्मी, शंकर भुइयां, शीतल बाउरी, अमरेश सिंह, दीपक कुमार, सुबोध बाउरी आदि कर रहे थे।