ग्रामीणों ने बनाए अपने नियम तभी इस गांव से दूर है कोरोना

राज्य में कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम पर है। हर जिले में इस समय अस्पतालों में बेड ऑक्सीजन की कमी व मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस दौर में भी कई गांव ऐसे हैं जहां अब तक कोरोना संक्रमण पहुंच नहीं पाया है। हम बात कर रहे हैं धनबाद के भूली स्थित भूली बस्ती की। इस गांव में अभी तक एक कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 03:08 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 03:08 AM (IST)
ग्रामीणों ने बनाए अपने नियम तभी इस गांव से दूर है कोरोना
ग्रामीणों ने बनाए अपने नियम तभी इस गांव से दूर है कोरोना

सौरभ पांडेय, भूली : राज्य में कोरोना की दूसरी लहर अपने चरम पर है। हर जिले में इस समय अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन की कमी व मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस दौर में भी कई गांव ऐसे हैं, जहां अब तक कोरोना संक्रमण पहुंच नहीं पाया है। हम बात कर रहे हैं धनबाद के भूली स्थित भूली बस्ती की। इस गांव में अभी तक एक कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। जिसके पीछे सबसे बड़ी वजह है, यहां के लोगों द्वारा बरती जा रही सावधानी। पिछले साल जब कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लगा था, तो गांव के लोगों ने सभी मुख्य रास्तों को बंद कर दिया था। इसके साथ ही बाहर से आने वाले लोगों की जांच भी शुरू कर दी थी। गांव को साफ सुधरा रखने की जिम्मेदारी सभी ग्रामीणों मिला कर उठा रहे हैं। गांव की महिलाओं ने अपने-अपने घरों के सामने पानी की बाल्टियां और साबुन रखे हुए हैं। अगर परिवार का कोई भी व्यक्ति गांव में आता है या अपने खेत-खलियान से आता है तो पहले घर के बाहर रखे साबुन से अपने हाथ और पैरों को धोता था उसके बाद ही घर में जाता है। इस काम में महिलाएं बखूबी जिम्मेदारी निभा रही हैं। इस बार भी ग्रामीण ऐसे ही नियमों का पालन कर रहे हैं। बस्ती निवासी दीपक महतो ने कहा कि गांव का युवा वर्ग पूरी जिम्मेदारी के साथ कोरोना महामारी के खिलाफ काम कर रहा है। प्रदूषण मुक्त वातावरण ग्रामीणों के स्वस्थ रहने का सबसे बड़ा कारण है। अपने खेतों को हरा भरा रखने के साथ अच्छी पैदावार के लिए सब मेहनत करते है। पौष्टिक आहार का सेवन भी कोरोना महामारी को गांव में आने से रोकने का एक बड़ा कारण है। सब स्वस्थ रहे इसके लिए पूरा गांव मिल कर लगातार प्रयास करता है।

बस्ती निवासी गोपाल महतो ने कहा कि कोरोना गांव में पैर न पसार सके। इसके लिए गांव का वातावरण साफ सुधरा रखने की जिम्मेदारी सभी ग्रामीण मिल कर उठा रहे हैं। ग्रामीणों का खानपान सही होना भी कोरोना को हराने का बड़ा कारण है। शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए लोगों को जागरूक किया गया। हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है। बाहरी लोगों का गांव में प्रवेश न हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे है। बस्ती निवासी अनिल महतो ने कहा कि हम लोग कोरोना से निपटने के लिए पूरी जागरूकता के साथ काम कर रहे हैं। कोविड गाइडलाइन का पूरा पालन किया जा रहा है। समय-समय पर गांव को सैनिटाइज किया जा रहा है, इसी का परिणाम है कि अब तक गांव में एक भी कोरोना मरीज नहीं मिला है। कोरोना महामारी को लेकर पूरा गांव सतर्क है।

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