नवजात की मौत के मामले की जांच करने गोविंदपुर पहुंची टीम

गोविदपुर सीएचसी में चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही से टुंडी प्रखंड अंतर्गत रूपन पंचायत के टेसराटांड़ निवासी अमल कर्मकार की पत्नी मीना देवी के प्रसव गृह के बाहर प्रसव होने और नवजात की मौत मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 08:11 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 08:11 PM (IST)
नवजात की मौत के मामले की जांच करने गोविंदपुर पहुंची टीम
नवजात की मौत के मामले की जांच करने गोविंदपुर पहुंची टीम

गोविदपुर/पूर्वी टुंडी : गोविदपुर सीएचसी में चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही से टुंडी प्रखंड अंतर्गत रूपन पंचायत के टेसराटांड़ निवासी अमल कर्मकार की पत्नी मीना देवी के प्रसव गृह के बाहर प्रसव होने और नवजात की मौत मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में सिविल सर्जन की ओर से गठित टीम मंगलवार को सीएचसी गोविदपुर पहुंची तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. राहुल कुमार, एएनएम गीता कुमारी एवं सहायिका फुल कुमारी से मामले की जानकारी ली। टीम में जिला आरसीएच पदाधिकारी डा. विकास राय, स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. रेखा नायक एवं सहायक संजू सहाय शामिल थीं। टीम ने सीएचसी केंद्र स्थित प्रसव गृह जाकर लोगों से घटना की जानकारी ली।

चिकित्सा प्रभारी राहुल कुमार, एएनएम गीता सिन्हा एवं सहायिका फुलकुमारी ने घटना के संबंध में अपना बयान दिया। टीम ओपीडी रजिस्टर, प्रसव गृह रजिस्टर एवं कार्यालय रजिस्टर की छायाप्रति अपने साथ ले गई। कई कर्मियों से लिखित बयान लिया। इस संबंध में टीम ने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। मौके पर प्रदीप सेन, धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार आदि मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि प्रसव पीड़ित मीना देवी को एएनएम एवं अन्य कर्मियों ने कागजी खानापूर्ति के नाम पर प्रसव गृह से बाहर निकाल दिया था। प्रसव गृह से बाहर निकलने के साथ ही महिला ने अस्पताल परिसर में शिशु को जन्म दे दिया था, जिसकी मौत हो गई। इधर डा. राहुल कुमार ने कहा कि मरीज को उल्टी एवं दस्त की शिकायत थी। अस्पताल परिसर में उल्टी करने के दौरान जोर पड़ने से उसका प्रसव हो गया था।

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