सिदरी का एकमात्र चिकित्सक डॉ. सीजी साहा कोरोना काल में लोगों को दे रहा जीवन दान

संस सिदरी कोरोना काल में सिदरी में सरकारी चिकित्सक की घोर कमी है। सिदरी स्थित प्राथि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:28 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 07:28 PM (IST)
सिदरी का एकमात्र चिकित्सक डॉ. सीजी साहा कोरोना काल में लोगों को दे रहा जीवन दान
सिदरी का एकमात्र चिकित्सक डॉ. सीजी साहा कोरोना काल में लोगों को दे रहा जीवन दान

संस, सिदरी : कोरोना काल में सिदरी में सरकारी चिकित्सक की घोर कमी है। सिदरी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोशाला और शहरी स्वास्थ्य केंद्र शहरपुरा में एक भी चिकित्सक नहीं हैं। सर्दी, खांसी और बुखार को कोरोना संक्रमण का प्रारंभिक लक्षण माना गया है। इसके इलाज के लिए सिदरी में एक मात्र डॉ. सीजी साहा जनरल फिजिशियन यहां के लोगों का इलाज कर उन्हें जीवनदान दे रहे हैं। एफसीआइ सिदरी के बंद अस्पताल के सेवानिवृत्त डॉ. सीजी साहा ने एफसीआइ अस्पताल के 2002 में बंद होने के बाद सिदरी को ही अपना कार्यक्षेत्र बना लिया। सेवा भाव से सिदरी में किसी भी विपदा में वे मरीजों के साथ खड़े रहते हैं। कोरोना काल में डॉ. सीजी साहा प्रतिदिन लगभग दो सौ मरीजों को देखते हैं। आलम यह है कि जब तक एक-एक मरीजों को देख नहीं लेते हैं। अपने चैंबर से उठते नहीं हैं मरीजों को 12 बजे रात तक भी देखते रहते हैं। नम्र स्वभाव के लिए डॉ साहा काफी न्यूनतम शुल्क पर मरीजों को देखते हैं। यदि कोई मरीज निर्धन हैं तो उनसे शुल्क भी नहीं लेते हैं। ऐसे मरीजों को दवा भी उपलब्ध कराते हैं।

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ऐसे करते मरीजों का इलाज :

कोरोना काल में इलाज के लिए डॉ. साहा काफी सावधानी बरतते हैं। मरीजों को पहले सैनिटाइज करते हैं। थर्मल स्कैनर से मरीजों के शारीरिक तापमान को मापा जाता है। इसके बाद उनका इलाज करते हैं। डॉ. साहा के इलाज से सर्दी, खांसी और बुखार लक्षण वाले मरीज यहां ठीक हो रहे हैं। अब ऐसा लग रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर इसी कारण कम हुई है। कोरोना का कहर सिदरी में जब उफान पर था। उस समय कुछ दिन अस्वस्थ होने पर डॉ. साहा कोलकाता चले गए थे। लगभग 10 दिन तक वे कोलकाता में रहे। इस दौरान सिदरी में कोरोना ने कई जीवन को लील लिया। अब डॉ. साहा वापस लौट आए हैं। सिदरी के लोगों को जैसे नया जीवन मिल गया है।

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