शरीर का सबसे कीमती अंग है आंख : डा संजय

एमओसीपी दुर्गा मंदिर मैदान के पास सामुदायिक भवन में राष्ट्रीय तेली साहू महासंगठन ने एएसजी नेत्र अस्पताल के सौजन्य से निश्शुल्क नेत्र जांच शिविर लगाया। महासंगठन के जिला अध्यक्ष अशोक कुमार साहू ने शिविर का उद्घाटन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 07:45 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 07:45 PM (IST)
शरीर का सबसे कीमती अंग है आंख : डा संजय
शरीर का सबसे कीमती अंग है आंख : डा संजय

तिसरा : एमओसीपी दुर्गा मंदिर मैदान के पास सामुदायिक भवन में राष्ट्रीय तेली साहू महासंगठन ने एएसजी नेत्र अस्पताल के सौजन्य से निश्शुल्क नेत्र जांच शिविर लगाया। महासंगठन के जिला अध्यक्ष अशोक कुमार साहू ने शिविर का उद्घाटन किया। शिविर में मुकुंदा, गोलमारा, चांद कुइयां, अलकडीहा, गोल्डन पहाडी, गोलकडीह आदि क्षेत्रों के दर्जनों लोग आंख की जांच कराने पहुंचे।

चिकित्सक व उनके कर्मियों ने करीब दो सौ मरीजों की नेत्र जांच कंप्यूटर मशीन से की। कई लोग मोतियाबिद से पीड़ित मिले। डा. संजय कुमार ने कहा कि आंख मानव शरीर का सबसे प्रमुख अंग है। आंख के बचाव के लिए समय-समय पर इसकी जांच जरूर करानी चाहिए। अशोक साहू ने कहा कि संगठन की ओर से सामाजिक कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। गरीब, वंचित लोगों को लाभ देने के लिए ही निश्शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। मौके पर सत्येंद्र गुप्ता, रंजन गुप्ता, मिटू साव, दिलीप साव, सुनील साहू, गुप्तेश्वर साव, संजय साव, रामसेवक साव, हीरा लाल साव, विजय साव, सुनील साव, अमित सिंह , शाहिद असरफ, सागर सिंह आदि थे।

........................ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के तहत झरिया की समस्याओं का हो समाधान : माकपा

झरिया : झरिया के अग्नि भू धंसान प्रभावित क्षेत्र में रहनेवाले लोगों का विस्थापन मानवीय मूल्य का सवाल है। यहां की समस्याओं का समाधान राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के तहत ही होना चाहिए। उक्त बातें सोमवार को माकपा झरिया अंचल कमेटी के शिवबालक पासवान ने मानबाद कार्यालय में बैठक के दौरान कही। कहा कि झरिया को लेकर पीएमओ ने गंभीरता दिखाते हुए अपनी टीम भेजकर यहां की स्थिति का जायजा लिया। यहां विस्थापन के अलावा अन्य कई समस्याओं से भी लोग जूझ रहे हैं। इसका समाधान होना चाहिए। अध्यक्षता प्रो नारायण चक्रवर्ती ने की। बैठक में 27 सितंबर को किसान, मजदूर विरोधी कानून को निरस्त करने के लिए भारत बंद के समर्थन में रेली व विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। वक्ताओं ने कहा कि इसके पूर्व 26 सितंबर को झरिया शहर में मशाल जुलूस निकाला जाएगा। 27 सितंबर को शहीद ए आजम भगत सिंह के जन्म दिवस पर बाटा मोड़ में कार्यक्रम किया जाएगा। मौके पर रामकृष्णा पासवान, भगवान दास, संतोष रजक, संतोष चौधरी, धर्मेंद्र राय, नौशाद अंसारी, सुरेश पासवान, रामवृक्ष धारी, तुलसी रवानी आदि थे।

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