खेतों में कृषि अवशेष जलाने से नष्ट होती भूमि की उर्वरा शक्ति Sahibganj News

साहिबगंज के पतना प्रखंड कार्यालय में कृषि पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें खरीफ फसलों के बारे में जानकारी दी गई। किसानों को खेती के अवशेष को खेतों में ना जलाने की सलाह दी गई।

By MritunjayEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 04:34 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 06:12 PM (IST)
खेतों में कृषि अवशेष जलाने से नष्ट होती भूमि की उर्वरा शक्ति Sahibganj News
कार्यशाला में भाग लेते कृषि विभाग के अधिकारी।

संवाद सहयोगी, पतना/ बरहेट। साहिबगंज जिले के पतना प्रखंड सभागार में गुरुवार को कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग द्वारा प्रखंड स्तरीय खरीफ कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख मंझन किस्कू ने की। इसमें प्रखंड के कृषक मित्रों व किसानों को खरीफ फसल में बेहतर उपज प्राप्त करने, बीज विनिमय व वितरण योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना, मिट्टी जांच, कृषि ऋण माफी योजना, पीएम किसान के पोर्टल पर पंजीकृत सभी किसानों को केसीसी से आच्छादित करने के बारे में जानकारी दी गई। आधुनिक तकनीक से खेती करने के लिए किसानों को जागरूक किया गया। किसानों को उन्नत खाद-बीज का उपयोग करने, समय पर सिंचाई करने तथा कृषि उपकरण पर मिलने वाले अनुदान का लाभ उठाने की भी जानकारी दी गई।

समयानुसार सिंचाई से फसल उत्पादन में वृद्धि

बीटीएम संजय कृष्ण रंजन ने किसानों को बताया कि खेती से दोगुना मुनाफा लेना हो तो कृषक अपने खेतो में समयानुसार सिंचाई करें। कृषि अवशेष नहीं जलाएं क्योंकि इसके कारण इससे खेत की उर्वरा शक्ति खत्म हो जाती है। समय समय पर मिट्टी की जांच कराएं। किसान जैविक खाद का अधिक प्रयोग करें। वैज्ञानिक पद्धति से खेती करें। उन्होंने कहा कि किसान कीटनाशकों का कम से कम प्रयोग करें। मौके पर बीडीओ सुमन कुमार सौरभ, झामुमो प्रखंड उपाध्यक्ष राजू यादव, प्रखंड सचिव मो शहबाज, जेएसएलपीएस बीपीएम उमेश कुमार, आइटीसी के विवेक कुमार, जनसेवक उदय कुमार, कृषक मित्र परिमल मंडल, गोराचंद्र पंडित, अशोक कुमार ठाकुर, चंद्राय टुडू आदि उपस्थित थे।

तकनीक से हो रहा फायदा

कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की ओर से गुरुवार को बरहेट प्रखंड कार्यालय के सभागार कक्ष में प्रखंड स्तरीय खरीफ कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्घाटन बीडीओ सोमनाथ बनर्जी ने दीप जलाकर किया। बीडीओ ने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए इस तरह की कार्यशाला की जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि आज कई तरह की तकनीक एवं मशीन से खेती की जा रही है जिससे बैंकों के माध्यम से ऋण बैंक से उपलब्ध कराया जाता है। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में किसान खेती के माध्यम से अपनी आय काफी बढ़ा रहे हैं। बरहेट प्रखंड के प्रगतिशील कृषक रमेश चंद्र रविदास ने बताया कि उन्होंने इजराइल जाकर कृषि की कई नई तकनीक का ज्ञान लिया। वह अपने गांव में नई तकनीक से खेती कर रहे हैं जिससे काफी फायदा हो रहा है। उन्होंने किसानों को बताया कि इजराइल में पथरीली स्थल तथा कम पानी में खेती होती है। इस मौके पर प्रखंड तकनीकी पदाधिकारी मो अनवारुल ने बीडीओ सोमनाथ बनर्जी, महेश मालतो तथा रमेश चंद्र रविदास को सम्मानित भी किया गया। मौके पर जेएसपीएलएस के क्षेत्रीय समन्वयक अरुण कुमार, बीसीओ महेश मालतो, अंचल निरीक्षक मोहम्मद इम्तियाज, तैमूर अंसारी, फ्रांसिस हेम्ब्रम, चार्ल्स सोरेन, झादे हेम्ब्रम, रामविलास किस्कू, सुमन पंडित विभीषन दास आदि उपस्थित थे।

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