डेको आउटसोर्सिंग के तीन सौ मजदूरों के समक्ष रोजी रोटी का संकट
संवाद सहयोगी लोयाबाद बांसजोड़ा में संचालित डेको आउटसोर्सिंग कंपनी प्रबंधन द्वारा काम बंद कर
संवाद सहयोगी, लोयाबाद: बांसजोड़ा में संचालित डेको आउटसोर्सिंग कंपनी प्रबंधन द्वारा काम बंद कर दिए जाने से करीब 300 मजदूरों के समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। हजारों टन कोयला जल कर राख हो रहा है, जिससे बीसीसीएल को प्रति दिन लाखों रुपये की क्षति हो रही है। यह बातें सोमवार को बांसजोडा में जमसं (कुंती गुट) की हुई बैठक को संबोधित करते हुए संघ के सिजुआ क्षेत्रीय अध्यक्ष सह सलाहकार समिति सदस्य विजय यादव ने कही। उन्होंने कहा कि मजदूरों को उनका हक दिलाने के लिए संघआंदोलन की रणनीति तैयार कर रही है। कंपनी प्रबंधन को चेताते हुए कहा कि मजदूर विरोधी नीतियों से बाज आए और कंपनी कोयले का उत्पादन शीघ्र शुरू करे। कंपनी प्रबंधन ओबीआर डंपिग की जगह नही होने का हवाला दे रही है, जबकि परियोजना के विस्तारीकरण के लिए पर्याप्त जमीन उपलब्ध है। परियोजना के चार नंबर सीम में लगभग 70-80 हजार टन कोयला खुला पड़ा हुआ है। कंपनी ने ओबीआर डंपिग के लिए इनपुट डंपिग की व्यवस्था भी कर रखी है। सभी ची•ों मुहैया होने के बावजूद कंपनी प्रबंधन द्वारा इस कोरोना महामारी के समय में काम बंद कर दिया गया है, जिससे मजदूरों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। कहा कि कंपनी प्रबंधन द्वार अगर जल्द ही काम शुरु नही किया गया तो जमसं इसके खिलाफ आंदोलन करेगा। कहा कि मजदूरों को जल्द रोजगार मिलना चाहिए ताकि परिवार का भरण-पोषण हो सके। बैठक में मनोज कुशवाहा, सत्यनारायण यादव, रामेश्वर सिंह, श्रीश कुमार, बी एन पांडेय, रामाशंकर महतो, शंकर तुरी आदि मौजूद थे।