मुआवजा व पुनर्वास को लेकर तेतुलमुड़ी के रैयतों ने की वार्ता

संवाद सहयोगी तेतुलमारी नियोजन व मुआवजा सहित अन्य मांगों पर तेतुलमुड़ी के रैयतों ने सिजुआ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:49 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:49 PM (IST)
मुआवजा व पुनर्वास को लेकर तेतुलमुड़ी के रैयतों ने की वार्ता
मुआवजा व पुनर्वास को लेकर तेतुलमुड़ी के रैयतों ने की वार्ता

संवाद सहयोगी, तेतुलमारी: नियोजन व मुआवजा सहित अन्य मांगों पर तेतुलमुड़ी के रैयतों ने सिजुआ क्षेत्रीय कार्यालय के सभागार में महाप्रबंधक के साथ वार्ता की। महाप्रबंधक ने मांगों पर सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया। रैयतों का कहना था कि जमीन का स्वामित्व संबंधी कागजात सौंपने के बाद भी अब तक नियोजन नहीं मिला। विवादित जमीन के मामले का समाधान कर उस पर नियोजन देने की मांग की गई। आउटसोर्सिंग कंपनी में स्थानीय बेरोजगार युवकों को नियोजन देने की मांग महाप्रबंधक के समक्ष रखी। महाप्रबंधक पीके दुबे ने कहा कि विवादित जमीन के मामले को लेकर कोयला मंत्रालय कागजात भेजा जाएगा। अन्य मांगों पर शीघ्र समाधान किया जाएगा। वार्ता में प्रबंधन की ओर से पीओ सहदेव मांझी, परमजीत रंजन, संजीव कुमार वहीं रैयतों में सुरेश महतो, विष्णु महतो, मनोज महतो, मनीर मियां, विनोद महतो, मो. नौशाद, दिनेश कुमार आदि मौजूद थे। असुरक्षित क्षेत्र घोषित कर चुका है डीजीएमएस

रैयत सुरेश महतो व विष्णु महतो ने कहा कि तेतुलमुड़ी गांव में करीब 200 घर है। जिसमें करीब डेढ़ हजार की संख्या में लोग निवास करते हैं। वर्ष 2012 से 2018 तक की जांच में डीजीएमएस ने इसे असुरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया था तथा वहां रहने वाले लोगों को शीघ्र सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश प्रबंधन को दिया था, लेकिन प्रबंधन इसे नजरअंदाज कर कोयले का उत्पादन करने में व्यस्त रहा। कई लोगों का घर जर्जर हो चुका है। चारदीवारी ध्वस्त हो चुकी है। एक मस्जिद भी जर्जर हो गई है, तेतुलमुड़ी में बनी पौराणिक काली मंदिर भी जमींदोज हो गया था, जिसका नामोनिशान तक नहीं बचा है। ग्रामीणों ने कहा कि इस संबंध में हम लोगों ने बीसीसीएल प्रबंधन से कई बार वार्ता किया, लेकिन उन्होंने सिर्फ आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं दिया, अब अगर शीघ्र विस्थापित करने की दिशा में पहल नहीं किया तो हमलोग आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

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