ला कालेज में होगा शिक्षकों का नये सिरे से पदसृजन
ला कालेज में पहले से संचालित तीन वर्षीय कोर्स के साथ ही अब पांच साल के बीएएलएलबी कोर्स की भी पढ़ाई शुरू हो गई है। नये कोर्स की शुरुआत के साथ ही अब शिक्षकों की कमी महसूस होने लगी है। इस कमी को दूर करने के लिए नये सिरे से शिक्षकों के पदसृजन की आवश्यकता है। शासी निकाय ने इस पर सहमति दे दी है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : ला कालेज में पहले से संचालित तीन वर्षीय कोर्स के साथ ही अब पांच साल के बीएएलएलबी कोर्स की भी पढ़ाई शुरू हो गई है। नये कोर्स की शुरुआत के साथ ही अब शिक्षकों की कमी महसूस होने लगी है। इस कमी को दूर करने के लिए नये सिरे से शिक्षकों के पदसृजन की आवश्यकता है। शासी निकाय ने इस पर सहमति दे दी है। जल्द ही शासी निकाय के विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के सहयोग से पदसृजन का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाएगा। सरकार की मुहर लग गई तो ला कालेज को नये शिक्षक मिल जाएंगे। रविवार को शासी निकाय की बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा हुई। बताया गया कि पहले से शिक्षकों के स्वीकृत पद अब नये कोर्स और नये विषयों के आधार पर बढ़ाने होंगे। इससे कालेज की पठन-पाठन व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही कालेज परिसर और प्रत्येक कक्षा में हाई रिजाल्यूशन वाले सीसीटीवी लगाने का भी निर्णय लिया गया। बताया कि बीबीएमकेयू के परीक्षा नियंत्रक ने भी हाई रिजाल्यूशन वाले सीसीटीवी का सुझाव दिया है। सीसीटीवी कैमरे का एक कंट्रोल रूम प्राचार्य कक्ष और दूसरा कालेज के परीक्षा नियंत्रक के कक्ष में रहेगा। इससे परीक्षा व्यवस्था को और पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी। इससे पहले सात अक्टूबर को हुई बैठक में लिए गए निर्णयों पर भी चर्चा हुई। कालेज को यूजीसी मान्यता, कर्मचारियों की प्रोन्नति समेत अन्य विषयों पर भी मंथन हुआ। शासी निकाय के पदाधिकारियों ने कहा कि वर्तमान प्रभारी प्राचार्य बेहतर कर रहे हैं। यह उम्मीद भी जताई कि भविष्य में कालेज को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। बैठक में शासी निकाय के अध्यक्ष सह स्थानीय विधायक राज सिन्हा, सचिव राहुल महतो, प्राचार्य प्रो. अमरेश चौधरी व विवि प्रतिनिधि मौजूद थे।