15 अगस्त से पंचायताें में शिविर लगाएगा पशुपालन विभाग
डा. सिंह ने कहा कि मवेशियाें के शिविर में टीकाकरण फिलहाल नहीं किया जाएगा। एपएमडी टीकाकरण शुरू किया गया था लेकिन इसके लिए जाे वैक्सीन आए उनकी गुणवत्ता सही नहीं थी। लिहाजा भारत सरकार ने टीकाकरण पर राेक लगा दी है। ऐसे में हर जगह यह कार्य रुक गया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। पशुपालन विभाग मवेशियाें की देखभाल व इलाज के लिए राज्य भर में शिविर लगाने जा रही है। इसके तहत धनबाद की भी सभी पंचायताें में शिविर लगाए जाएंगे। इन शिविराें में पशुओं की टैगिंग की जाएगी और उनकी बीमारियाें का इलाज भी किया जाएगा। यह जानकारी साेमवार काे जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. उपेंद्र सिंह ने दी। सिंह ने बताया कि धनबाद में २५६ पंचायतें हैं। इनमें से २५२ पंचायताें में शिविर लगाने का निर्देश दिया गया है। सभी पंचायताें में दाे दिवसीय शिविर लगाए जाने हैं। इनकी तैयारी की जा रही है।
डा. सिंह ने बताया कि मवेशियाें के लिए बारिश का माैसम सबसे खतरनाक हाेता है। इसी माैसम में उनके बीच संक्रमण व बीमारियां फैलती हैं। लिहाजा इस माैसम में उन्हें बेहतर देखभाल की जरूरत हाेती है। इसी माैसम में उन्हें बैक्टीरियल, वायरल व पैरासाइटिक बीमारियां हाेती हैं। इस लिहाज से मवेशियाें काे हाेने वाली इन तीनाें ही प्रकार की प्रमुख बीमारियाें की दवाएं मंगवाई जा रही हैं। दवाएं १५ अगस्त तक मिल जाएंगी जिसके बाद शिविर लगाए जाएंगे। शिविर दाे महीने तक लगती रहेंगी। प्रत्येक पंचायत के एक गांव में शिविर लगाई जाएगी।
टैगिंग भी हाेगा ः
डा. सिंह ने कहा कि टैग पशुओं के लिए आधार कार्ड के बराबर है। इसे सरकार काफी गंभीरता से ले रही है लेकिन ग्रामीण जागरूक नहीं हैं। शिविर के दाैरान ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा और गाेवंश, भैंस जैसे बड़े मवेशियाें की टैगिंग की जाएगी। बड़े मवेशियाें की टैगिंग हाे गई तब छाेटे पशु यथा बकरी, सुअर, भेड़ इत्यादि की भी टैगिंग की जाएगी।
नहीं हाेगा टीकाकरण ः
डा. सिंह ने कहा कि मवेशियाें के शिविर में टीकाकरण फिलहाल नहीं किया जाएगा। एपएमडी टीकाकरण शुरू किया गया था लेकिन इसके लिए जाे वैक्सीन आए उनकी गुणवत्ता सही नहीं थी। लिहाजा भारत सरकार ने टीकाकरण पर राेक लगा दी है। ऐसे में हर जगह यह कार्य रुक गया है।