पहलवान से लेकर झरिया विधायक बनने तक का सफर .... वर्ष 1977 से 1991 तक लगातार बने रहे झरिया के विधायक

झरिया कोयलांचल में विधायक जी के नाम से प्रसिद्ध सूर्यदेव सिंह का नाम आज भी बड़े आदर के साथ लिया जाता है। वर्ष 1977 से 1991 14 वर्षों तक लगातार झरिया के विधायक के रूप में सूर्यदेव सिंह ने यहां के लोगों की सेवा की।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 03:56 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 03:56 PM (IST)
पहलवान से लेकर झरिया विधायक बनने तक का सफर .... वर्ष 1977 से 1991 तक लगातार बने रहे झरिया के विधायक
14 वर्षों तक झरिया के विधायक के रूप में सूर्यदेव सिंह ने यहां के लोगों की सेवा की। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

गोविन्द नाथ शर्मा, झरिया : झरिया कोयलांचल में विधायक जी के नाम से प्रसिद्ध सूर्यदेव सिंह का नाम आज भी बड़े आदर के साथ लिया जाता है। वर्ष 1977 से 1991 14 वर्षों तक लगातार झरिया के विधायक के रूप में सूर्यदेव सिंह ने यहां के लोगों की सेवा की। वर्ष 1939 में उत्तर प्रदेश के बलिया जिला अंतर्गत गोन्हिया छपरा गांव के एक किसान घर में जन्मे सूर्यदेव सिंह की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। 1961 में युवा गठीला बदन का सूर्यदेव काम की तलाश में गांव से झरिया आए। एक पहलवान के रूप में अपनी पहचान बनाई। मजदूर संगठन से जुड़ कर झरिया के कोयला मजदूरों की सेवा में जुट गए।कुछ वर्षों में ही मजदूर नेता के रूप में अपनी कार्यकुशलता से सबका दिल जीत लिया। मजदूरों और यहां के लोगों के दिलों में ऐसी पहचान बनाई कि जीवन के अंतिम समय तक झरिया के विधायक बने रहे।

...

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के थे काफी करीब :

झरिया के विधायक सूर्यदेव सिंह जेपी आंदोलन के समय समाजवादी नेता लोकनायक जयप्रकाश और युवा तुर्क के नाम से प्रसिद्ध चंद्रशेखर के करीब आए। वर्ष 1977 में पहली बार जनता पार्टी की टिकट से झरिया के विधायक बने। चंद्रशेखर जब प्रधानमंत्री बने तो सूर्यदेव के आग्रह पर कई बार झरिया व धनबाद आए। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सूर्यदेव सिंह को काफी मानते थे।

....

सूर्यदेव के बाद उनके अनुज बच्चा सिंह, पत्नी कुंती देवी व पुत्र संजीव बने झरिया के विधायक :

झरिया के विधायक सूर्यदेव सिंह का लोकसभा चुनाव के दौरान वर्ष 1991 में आरा में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। इसके बाद उनके अनुज बच्चा सिंह झरिया के विधायक और झारखंड के मंत्री बने। इसके बाद स्व सूर्यदेव की पत्नी कुंती देवी और पुत्र संजीव सिंह झरिया के विधायक बने। अभी उनके परिवार की बहू पूर्णिमा नीरज सिंह झरिया की विधायक है।

....

जनता मजदूर संघ का गठन कर कोयला मजदूरों की लड़ी लड़ाई :

1970 के दशक में झरिया के विधायक रहते हुए सूर्यदेव सिंह ने झरिया के कोयला मजदूरों की सेवा के लिए जनता मजदूर संघ का गठन किया। इसके माध्यम से वे मजदूरों की समस्याओं को लेकर हमेशा लड़ते रहे। उन्हें उनका हक दिलाया। जनता मजदूर संघ के प्रति आज भी हजारों मजदूरों की आस्था है। अभी कुंती देवी जमसं की महामंत्री हैं। जमसं के दूसरे गुट की कमान उनके अनुज पूर्व मंत्री बच्चा सिंह के हाथ में है।

....

झरिया के लोगों को सूर्यदेव ने किया एकजुट :

झरिया और इसके आसपास क्षेत्रों में जब भी आपसी सौहार्द बिगड़ा तो सूर्यदेव सिंह आगे आकर हिंदू, मुस्लिम, सिख ईसाई सभी लोगों को एकजुट कर सांप्रदायिक सौहार्द को कायम किया। 1984 में सिखों पर जब अत्याचार हुआ तो उन्होंने सड़क पर आ कर उनकी रक्षा की। सिंदरी में जब बाहरी-भीतरी को लेकर बवाल हुआ तो वहां पहुंचकर उसे शांत किया। झरिया में जब हिंद- मुस्लिम एकता पर आंच आई तो वे सभी धर्म के लोगों को एकजुट कर एकता की मिसाल पेश की।

chat bot
आपका साथी